नरेंद्र ख्यालिया/निस
हिसार, 6 सितंबर
शिक्षा विभाग ने 112 मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों और 981 मॉडल संस्कृति प्राथमिक स्कूलों की सूची जारी कर दी है। इस सूची में गुरुग्राम सबसे आगे हैं। गुरुग्राम को 93 मॉडल संस्कृति प्राथमिक स्कूल मिलेगा। इसके बाद अम्बाला को19, भिवानी को 47, चरखी दादरी को 5, फरीदाबाद को 85, फतेहाबाद को 66, हिसार को 84, झज्जर को 8, जींद को 60, कैथल को 63, करनाल को 44, कुरुक्षेत्र को 26, महेंद्रगढ़ को 9, नूंह को 58, पलवल को 48, पंचकूला को 38, पानीपत को 43, रेवाड़ी को 10, रोहतक को 32, सिरसा को 87, सोनीपत को 30 और यमुनानगर में 26 स्कूल मिले हैं। अगर सब ठीक चलता रहा है तो उम्मीद की जा रही है कि उक्त मॉडल संस्कूति स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया इसी महीने शुरू हो जाएगी और दाखिलों की प्रक्रिया पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर होगी, जिसकी घोषण शिक्षा मंत्री पहले ही कर चुके हैं।
इन स्कूलों को प्रदेश के प्रत्येक शिक्षा खंड पर खोला गया, जिससे प्रदेश की शिक्षा तेजी से स्मार्ट एजुकेशन व माडर्न सिस्टम की तरफ बढ़ती दिखाई दे रही है। सबसे बड़ी चुनौती उक्त स्कूलों के लिए शिक्षकों का प्रबंध, इसी प्रकार की व्यवस्थाओं का प्रबंध सहित अन्य संसाधन होंगे, जोकि पहले खोले गए मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में भी अब तक पूरे नहीं हो पाए हैं।
प्रदेश में 23 राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय और 418 मॉडल संस्कृति प्राथमिक स्कूल (बैग फ्री) स्कूल पहले से ही चल रहे हैं। उक्त स्कूलों के लिए नये भवनों के निर्माण तक इनको मौजूदा सरकारी स्कूलों में ही चलाया जाएगा, जबकि इन स्कूलों के लिए शिक्षकों का एक अलग कॉडर होगा। इनका चयन मौजूदा सरकारी स्कूलों के शिक्षकों में से स्क्रीनिंग के आधार पर किया जाएगा। इतना ही नहीं, इन स्कूलों के शिक्षकों की एक अलग स्थानांतरण नीति तैयार की जाएगी और साथ ही विद्यार्थियों को परिवहन सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी।
ग्रामीण बच्चों को मिली अच्छी शिक्षा
हिसार के जिला शिक्षा अधिकारी अनिल शर्मा ने राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों और राजकीय मॉडल संस्कृति प्राथमिक स्कूलों की सूची जारी करने के निर्णय की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि सरकार के इस फैसले से ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब बच्चों को उक्त प्रकार की सुविधाओं वाले स्कूलों में पढ़ने के लिए महंगाई के कारण वंचित होना पड़ेगा।