गुरुग्राम, 22 अप्रैल (निस)
हरियाणा में बिजली संकट के लिए उद्योगपति अदानी जिम्मेदार हैं, और अदानी पर प्रधानमंत्री का हाथ है। हम दो, हमारे दो में अदानी भी एक हैं। बिजली संकट अभी और गहराने वाला है, क्योंकि यमुनानगर थर्मल प्लांट और पानीपत थर्मल प्लांट में केवल एक सप्ताह का स्टाॅक ही बचा है। भाजपा सरकार ने 8 साल में हरियाणा में एक भी बिजली का नया प्लांट नहीं लगाया है तो फिर बिजली की पूर्ति कैसे होगी। यदि सरकार स्वयं बिजली उत्पादन करें तो एक यूनिट मात्र 2 से 3 रुपये की पड़ती है, लेकिन सरकार महंगे रेट पर बिजली खरीदे जा रही है। कैप्टन अजय सिंह यादव ने शुक्रवार को यह आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार के समय में गुजरात की अदानी कंपनी से अगले 25 साल तक हरियाणा को 1425 मेगावाट बिजली देने का समझौता हुआ था। कम्पनी एकतरफा सप्लाई नहीं रोक सकती। पूरा देश जानता है कि अदानी पर प्रधानमंत्री का हाथ है। इस कारण प्रधान चौकीदार के नेतृत्व में दोस्त हरियाणा के हितों से खेल रहा है। ऐसे में हरियाणा सरकार अदानी से कुछ कह नहीं पा रही है। कैप्टन ने कहा कि राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष का चुनाव अगले दो माह में होना तय है। हरियाणा में भी जिला और ब्लॉक प्रधान बन जाने तय हैं।
सीएम के आरोप पर कहा
मुख्यमंत्री ने गुरुग्राम में जिला कांग्रेस के कार्यालय को अवैध जगह पर बताया था। कैप्टन अजय यादव ने कहा कि भाजपा और जजपा हर जिले में अपना कार्यालय बना रही है। सरकार को चाहिए था कि वह राजनीतिक दलों को अपने कार्यालय बनाने के लिए प्लाट लेने के वास्ते विज्ञापन से सूचित करे। भाजपा को कार्यालय बनाने से पहले जिला अस्पताल को तैयार करना चाहिए था। रेवाड़ी में एम्स बनना चाहिए था। कांग्रेस के जिला कार्यालय का भूमि विवाद अभी अदालत में है, ऐसे में सीएम को टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। इस अवसर पर पंकज डावर, अशोक टांक मौजूद थे।