पलवल, 6 जून (हप्र)
एक ओर सरकार ने अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कराने के उद्देश्य से प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में सरकारी स्कूलों को संस्कृति माॅडल स्कूल बनाया है, वहीं करोड़ों रुपये की लागत से आठ से 10 एकड़ जमीन पर बनाये हाईटेक 36 आरोही मॉडल स्कूल बदहाल स्थिति में पहुंचते जा रहे हैं। प्राइवेट स्कूलों को टक्कर देने के लिए बनाए गए अंग्रेजी माध्यम के इन आरोही मॉडल स्कूलों की तरफ सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है, जिसके चलते छात्रों की संख्या भी घट रही है। इतना ही नहीं, कांट्रैक्ट पर लगाये अध्यापक भी स्कूल छोड़कर जा रहे हैं। आरोही मॉडल स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष सत्येंद्र कुमार का कहना है कि एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर इन स्कूलों की समस्याओं का समाधान करने की मांग करेगा।