दिनेश भारद्वाज/ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 25 नवंबर
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) ने प्रदेश के 8 शहरों के 93 सेक्टर अब शहरी स्थानीय निकाय विभाग के हवाले कर दिए हैं। इन सेक्टरों में वाटर सप्लाई व सीवरेज व्यवस्था का जिम्मा अब निकायों के पास रहेगा। इन 93 सेक्टरों में से 20 सेक्टर ऐसे हैं, जिनमें सड़कों के अलावा पानी निकासी का कामकाज भी अब नगर निगमों द्वारा किया जाएगा। इन कार्यों पर खर्च होने वाली राशि निकायों को मिलेगी।
टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग के प्रधान सचिव ने शहरी स्थानीय निकाय विभाग के महानिदेशक को इस बाबत पत्र लिखा है। अभी तक इन सेक्टरों में ये मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाने का काम हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण का था। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के एक्ट के तहत यह फैसला लिया है। 13 जून, 2019 को हुई बैठक में इस बारे में पहले ही फैसला लिया जा चुका है। पंचकूला, अंबाला, जगाधरी, करनाल, हिसार, पानीपत, रोहतक व सोनीपत के सेक्टर नगर निगमों के हवाले किए हैं।
टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के प्रधान सचिव ने स्पष्ट किया है कि इन सेवाओं के लिए हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण में कार्यरत स्टॉफ को भी निगमों में शिफ्ट किया जाएगा। यह स्टॉफ प्रतिनियुक्ति पर निगमों में जाएगा लेकिन रिटायरमेंट तक उन्हें वहीं पर नौकरी करनी होगी। यही नहीं, कर्मचारियों की रिटायरमेंट के बाद निकायों द्वारा ही नये पदों का सृजन करके उन पर भर्ती की जाएगी। यानी भविष्य में इन कर्मचारियों से हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण का कोई लेना-देना नहीं होगा। अलबत्ता वे निकायों के अधीन ही रहेंगे।
शहरी स्थानीय निकाय विभाग द्वारा एसएचवीपी द्वारा 8 शहरों के इन 93 सेक्टरों में सीवरेज-पानी व सड़क आदि पर खर्च की गई राशि का ब्यौरा भी भेजा है ताकि नगर निगम इस हिसाब से अपना बजट तय कर सकें। इन 93 सेक्टरों पर एक साल की इस अवधि में एचएसवीपी द्वारा कुल 129 करोड़ 92 लाख 9 हजार रुपये खर्च किए गए। कुल 822 कर्मचारियों को संबंधित नगर निगमों में शिफ्ट करने का फैसला लिया है। कर्मचारियों को शिफ्ट करने की प्रक्रिया अब शुरू होगी।
पंचकूला में सर्वाधिक 446 कर्मचारी
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने पंचकूला के सबसे अधिक 28 सेक्टर नगर निगम के हवाले किए हैं। इतना ही नहीं, सर्वाधिक स्टॉफ भी यानी कुल 822 कर्मचारियों में से 446 अकेले पंचकूला से हैं, जो अब निगम में काम करेंगे। इसी तरह से अंबाला के 7 सेक्टरों में देखरेख के लिए 69, जगाधरी के 6 सेक्टरों के लिए 37, करनाल के 14 सेक्टरों के लिए 54, हिसार के 12 सेक्टरों के लिए 41, पानीपत के 14 सेक्टरों के लिए 75, रोहतक के 6 सेक्टरों के लिए 43 और सोनीपत के भी 6 ही सेक्टरों के लिए कुल 57 कर्मचारियों को निगम में शिफ्ट किया है।
पैसों की वजह से होता है विवाद
प्रदेश के कई शहरों के दर्जनों सेक्टर पहले भी सरकार ने नगर निगमों, नगर परिषदों व नगर पालिकाओं के हवाले किए हैं, लेकिन पैसों को लेकर कई बार विवाद हो चुका है। दरअसल, इन कार्यों के लिए हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की ओर से निकायों को पैसा दिया जाना होता है लेकिन पैसे में देरी की वजह से सेक्टरों के विकास कार्यों में परेशानी आती है। यह मुद्दा कई बार मुख्यमंत्री के सामने भी उठ चुका है।
किस शहर के कौन से सेक्टर हुए शिफ्ट
पंचकूला : सेक्टर 2, 4 व 6 से 19 तक, इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 और ।।, एमडीसी के सेक्टर 4 व 5ए तथा सेक्टर 20, 21, 23, 24, 25, 26, 27 व 28
अंबाला : सेक्टर 1, 7, 8, 9, 10, कैंट के सेक्टर 32 व 34
करनाल : सेक्टर 4पी-।।, 5, 6, 7, 8, 8पी-।।, 9, 9पी-।।, 12पी-।।, 13, 13 एक्सटेंशन, 14पी-।, 14पी-।। व 16
जगाधरी : सेक्टर 17-।, 17-।।, 18-।, 18-।।, 15-। व 15-।।
हिसार : अर्बन एस्टेट-।। (सेक्टर-12), 13, 13पी-।।, 15, 16, 17, पुलिस लाइन एरिया, मेला ग्राउंड एरिया (सेक्टर-21), सेक्टर-9 व 11, सेक्टर-14पी, सेक्टर-27 व 28(।/ए), सीयूसी-। (कमर्शियल)
पानीपत : 6, 7, 8, 11, 12, 13, 17, 18, 24, 25 पार्ट-। व ।।, 40, 29पी-। व पी-।।
रोहतक : सेक्टर 1, 2, 3, 4, 4-एक्सटेंशन व 14
सोनीपत : सेक्टर 7, 12, 14, 15, 23 व 13
जानिए 2018-19 में किस शहर में कितने खर्चे
शहर राशि
पंचकूला 7532.71
अंबाला 0868.39
जगाधरी 0317.77
करनाल 1066.07
हिसार 0781.38
पानीपत 1341.74
रोहतक 0361.78
सोनीपत 0723.06
(नोट : राशि लाख रुपयों में है)