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सेटेलाइट पर 24 घंटे में सामने आईं 9 लोकेशन, 7 निकलीं फेक

गांव सैया खेड़ा पहुंची केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम

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फसल अवशेष प्रबंधन का मामला

सोनीपत, 13 अक्तूबर (हप्र)
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की वैज्ञानिक डॉ. दिव्या गुप्ता की टीम सेटेलाइट से फसल अवशेषों में आगजनी की लोकेशन मिलने पर सैया खेड़ा गांव जा पहुंची। सूचना सही पाए जाने पर कार्रवाई की स्तुति की गई है। साथ ही किसानों को चेतावनी दी गई है कि अवशेषों को न जलाएं अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल, सोनीपत जिले के किसानों द्वारा करीब 1 लाख हेक्टेयर भूमि में धान उगाया गया है। जिले के अधिकतर क्षेत्रों में अब धान की कटाई की जा रही है। फसल अवशेषों में आगजनी की घटना को रोकने के लिए सेटेलाइट से खेतों में नजर रखी जा रही है। कृषि विभाग ने टीमों का गठन भी किया है जोकि लोकेशन प्राप्त होते ही भौतिक सत्यापन करने के लिए पहुंच रही हैं। फसल अवशेषों में आगजनी की घटनाओं की बात करें तो पिछले 24 घंटे में सेटेलाइट से कृषि विभाग को 9 लोकेशन प्राप्त हुई हैं। इनमें से गांव बली कुतुबपुर व सैया खेड़ा में फसल अवशेष जलते हुए पाए गए हैं। बली कुतुबपुर गांव में हुई आगजनी की घटना के खिलाफ एक्शन लेते हुए कृषि विभाग ने संबंधित किसान पर 2500 रुपए का जुर्माना लगाया है। जबकि सैया खेड़ा गांव में कार्रवाई अंतिम चरण में है। दोनों गांवों को छोड़ दें तो बाकी की सेटेलाइट से प्राप्त हुईं 7 लोकेशन फेक पाई गई हैं। सोनीपत जिले में अब तक सेटेलाइट से 28 लोकेशन प्राप्त हो चुकी हैं। इनमें से 6 स्थानों पर फसल अवशेषों में आगजनी पाई गई, जिसके बाद जुर्माना किया गया है।

गत वर्ष प्राप्त हुई थीं 78 लोकेशन

आगजनी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए कृषि विभाग लगातार जागरूकता अभियान चला रहा है। गत वर्ष खरीफ सीजन के तहत जिले में सेटेलाइट से आगजनी की घटनाओं की करीब 78 लोकेशन कृषि विभाग को प्राप्त हुई थीं। आगजनी की अधिकतर घटनाएं गोहाना उपमंडल और यमुना नदी के साथ लगते ग्रामीण क्षेत्रों से सामने आई थीं।
''फसल अवशेष प्रबंधन को लेकर कृषि विभाग लगातार कारगर कदम उठा रहे हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की वैज्ञानिक डॉ. दिव्या गुप्ता ने अपनी टीम के साथ सैया खेड़ा गांव में पहुंचकर निरीक्षण किया है। सोनीपत जिले में अब तक सेटेलाइट से फसल अवशेषों में आगजनी की 28 लोकेशन प्राप्त हो चुकी हैं। अधिकतर लोकेशन फेक पाई गई हैं। किसानों का आह्वान है कि फसल अवशेषों में आगजनी न करें।'' -डॉ. पवन शर्मा, कृषि उपनिदेशक, सोनीपत
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