हिसार, 2 मार्च (हप्र)
करीब 4 साल पूर्व फाग वाले दिन हांसी के शेखपुरा गांव में पुरानी रंजिश को लेकर हुई 3 हत्याओं के मामले में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश वेद प्रकाश सिरोही की अदालत ने पिता-पुत्र सहित 8 व्यक्तियों को दोषी करार दिया है जबकि दो को बरी कर दिया। दोषियों को अदालत 5 मार्च को सजा सुनाएगी। इस घटना में शेखपुरा गांव निवासी रामकुमार, मुकेश व प्रदीप की मौत हो गई थी जबकि रामकुमार के पुत्र संजय, मुकेश उर्फ किन्नू के अलावा राजेश घायल हो गए थे।
मामले में हिसार के तत्कालीन डीएसपी भगवान दास सहित 24 व्यक्तियों को आरोपी बनाया गया था। जांच के दौरान डीएसपी भगवान दास सहित काफी लोग निर्दोष मिले। हालांकि घटना के बाद डीएसपी भगवान दास ने अपने ही सर्विस रिवॉल्वर से स्वयं को कनपटी में गोली मार ली थी जिनकी 27 मार्च, 2017 को उपचार के दौरान मौत हो गई थी। जिनको अदालत ने दोषी करार दिया है, उनमें शेखुपरा गांव निवासी सुभाष, उसका पुत्र संदीप, अशोक, अजीत, उमेद, रामफल व दलेल और फतेहाबाद के कुकड़ावाली गांव निवासी कृष्ण शामिल हैं। शेखपुरा गांव निवासी अशोक उर्फ काला व सुरेश को अदालत ने बरी किया है।
क्या था मामला
इस बारे में सदर हांसी थाना पुलिस ने 14 मार्च, 2017 को शेखपुरा गांव निवासी मृतक व्यक्ति रामकुमार के पुत्र संजय कुमार की शिकातय पर डीएसपी भगवान दास सहित 24 व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 147, 148, 149, 109, 323, 506, 302, 307, 120-बी, 212 व शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था। पुलिस को दी शिकायत में उन्होंने बताया था कि उनके घर के सामने वाले घर में रहने वाले सुभाष के साथ उनकी पुरानी रंजिश चल रही थी। 13 मार्च, 2017 को सुबह साढ़े दस बजे उसके छोटे भाई मुकेश उर्फ किन्नू के साथ सुभाष के पुत्र संदीप का झगड़ा हो गया। इस पर उसने व उसके पिता राकुमार ने बीच-बचाव करके दोनों पक्षों का झगड़ा शांत करवा दिया। इसके बाद दोपहर करीब ढाई बजे आरोपियों ने हमला कर दिया। गोली लगने से उसके पिता रामकुमार की मौके पर ही मौत हो गई। गोलियों की आवाज सुनकर गांव का ही बलबीर, उसके भतीजे संदीप, राजेश, प्रदीप, मुकेश, दयानंद भी मौके पर आ गए। इस पर हथियारबंद लोगों ने उन पर भी फायरिंग की। इससे प्रदीप, मुकेश, राजेश को गोली लगी जिनमें से मुकेश व प्रदीप की मौके पर ही मौत हो गई और राजेश घायल हो गया। इसी झगड़े में वह और उसका भाई मुकेश उर्फ किन्नू भी घायल हो गए थे।