जींद/सफीदों, 11 अप्रैल(हप्र/निस)
हाडवा गांव में पकड़े गए साढ़े 8 करोड़ रुपए नकली नोट थे। यह सभी नोट पुरानी करंसी के थे। जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी पुरानी कंरसी को बदलकर नये करंसी में बदलवाना चाहते थे। आरोपियों ने पुरानी करंसी के नोट रंगीन फोटो स्टेट और प्रिंटर से तैयार किए थे। रविवार को छापामारी में पुलिस को आरोपी के घर से साढ़े 8 करोड़ की करंसी बरामद हुई थी। नकली नोटों के माध्यम से आरोपी करोड़ों रुपए कमाना चाहते थे।
डीएसपी जीतेंद्र सिंह ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि मामले में पकड़े गए आरोपियों से प्रारंभिक पूछताछ के बाद 5 अरोपियों के खिलाफ थाना पिल्लुखेड़ा में विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 2 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। आरोपियों की पहचान हाडवा निवासी संजय, जयसिंहपुरा निवासी हरदीप सिंह, असंध निवासी भारत भूषण और दुड़ाना निवासी मसकीन के तौर पर हुई है। पुलिस पूछताछ में मुख्य आरोपी संजय ने बताया कि उसकी पहचान पानीपत के सतीश के साथ है। जिसने उसे कहा था कि वह पुराने नोटों के 25 प्रतिशत नये नोट दिलवा देगा। जिस पर उसने पुराने नोट बनाने के लिए एक कलर फोटो स्टेट की मशीन, स्याही, कटर व फोटो स्टेट के ए 3 के कागज दिल्ली से लेकर आया, जिनसे उन्होंने 8 करोड 42 लाख 60 हजार रुपए के नकली नोट तैयार कर लिए थे। सतीश ने आरोपी संजय से कम से कम 20 करोड़ रुपए पुरानी करंसी की मांग की थी। जिसके लिए आरोपी संजय ने अन्य आरोपियों हरदीप सिंह, भारत भूषण और मसकीन के साथ मिलकर काम किया था। आरोपी संजय सात कक्षा तक ही पढ़ा है। भारत भूषण का असंध में पेट्रोल पंप है, जिस पर हरदीप बतौर सुपरवाइजर नौकरी करता व आरोपी मकसिन दिव्यांग है, जो घर ही रहता है। पुलिस ने चारों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया है। पुलिस मामले को लेकर आगामी जांच कर रही है।
घर में ही चल रहा था छापाखाना
डीएसपी जितेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपी संजय ने अपने साथियों के साथ गांव हाडवा में पुरानी भारतीय करंसी के नकली नोट घर पर ही छापे थे। वह अपने साथी पानीपत के सुनील के माध्यम से कमीशन देते है। रविवार को आरोपी करंसी को अाल्टो गाड़ी में भरकर बाहर ले जाने की तैयारी में थे। सूचना पर पुलिस टीम आरोपी संजय के मकान गांव हाडवा पहुंची, जहां चार व्यक्ति एक कमरे में बैठे मिले। जिन्हें टीम द्वारा काबू किया गया था।