सोनीपत, 23 दिसंबर (हप्र)
तीन कृषि कानूनों को रद्द कराने के लिए किसान लगातार खून से प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिख रहे हैं। बुधवार को करीब 500 युवा किसानों ने पीएम को खून से पत्र लिखे। संयुक्त किसान मोर्चा के सभी नेताओं ने इस पर अपने हस्ताक्षर किये हैं। किसानों ने पत्र में लिखा है कि तीन काले कानूनों से किसान बर्बाद हो जाएंगे। कॉरपोरेट्स के लिए किसानों को तबाह नहीं किया जाए। किसानों ने लिखा है कि सरकार जब तक उनकी सुनवाई नहीं करेगी, वे अपने परिवारों के साथ बार्डर पर ही जमे रहेंगे। इसके लिए वे सारे अत्याचार सहन करने को तैयार हैं। बुधवार को कुंडली बॉर्डर पर किसानों में विरोध के स्वर मुखर रहे। किसानों ने कहा कि तीन कृषि बिलों को निरस्त कराए बिना यहां से जाने वाले नहीं हैं। वे यहां मरने तक डटे हैं। वहीं, सिंघु बार्डर पर किसानों में समय बीतने के साथ ही सरकार के प्रति नाराजगी बढ़ती जा रही है। किसान नेताओं ने मंच से सरकार को जमकर कोसा व सरकार को कई बार चेतावनी भी दी।