ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 10 अक्तूबर
हरियाणा की महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा ने कहा कि प्रदेश में कामकाजी महिलाओं की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए 500 क्रेच केंद्र खोले जाएंगे। यह योजना दो चरणों में पूरी होगी। इसके तहत प्रथम चरण में पहले से ही चल रहे 182 क्रेच केंद्रों को सुदृढ़ व मूलभूत सुविधाएं प्रदान कर बेहतर तरीके से चलाने की योजना है। दूसरे चरण में शेष 318 नए क्रेच केंद्र कामकाजी महिलाओं की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए ऐसे स्थानों पर खोले जाएंगे, जहां पर ज्यादा संख्या में महिलाएं कार्य करती हैं।
राज्य मंत्री ने कहा कि क्रेच केंद्रों के प्रशिक्षण, पाठ्य सामग्री तथा बेहतर संचालन के लिए समझौता भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश अभी कोविड-19 संक्रमण काल से गुजर रहा है। इसके चलते सभी आंगनबाड़ी केंद्र बंद हैं, तथा बच्चे इन केंद्रों में आने में असमर्थ हैं। बच्चों के लिए आवंटित पूरक पोषण उनके घरों में उपलब्ध करवाया जा रहा है। परंतु आंगनबाड़ी केन्द्रों के बंद होने के कारण बच्चों के लिए निर्धारित स्कूल पूर्व शिक्षा प्रभावित हुई है।
इसी के मदेनजर विभाग ने निर्णय लिया है कि 3 से 6 साल तक के बच्चों के लिए विशेष वर्कशीट, विभिन्न प्रकार के रंग व अन्य सामग्री उनके घरों में ही उपलब्ध करवाई जाएगी। ढांडा ने कहा कि प्रत्येक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उसके अधीन क्षेत्र में बच्चों द्वारा इन वर्कशीट पर किए कार्य का मूल्यांकन करेगी तथा उनके अभिभावकों को इस संबंध में जानकारी देगी।