जींद, 30 अप्रैल (हप्र)
भाकियू जिलाध्यक्ष आजाद पालवां ने शुक्रवार को खटकड़ धरने पर कहा कि जींद में भाजपा विधायक डॉ. कृष्ण मिढा के आवास के घेराव के दौरान विधायक के परिवार के सदस्यों पर किसानों को बंदूक दिखाने की शिकायत पर अगर 48 घंटे तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो 3 मई को खटकड़ टोल के पास किसानों के धरने पर जिले के सर्व समाज, सर्व खापों की महापंचायत बुलाई गई है। इस महापंचायत में आगामी रणनीति तय की जाएगी। वे खटकड़ टोल पर किसानों को संबोधित कर रहे थे। शुक्रवार को धरने की अध्यक्षता फूलपति खटकड़ ने की। रूपचंद्र थुआ, सुरेश पालवां, संदीप सुदकैन कलां, अजमेर खटकड़, मोहित उचाना सांकेतिक भूख हड़ताल पर रहे। वहीं, भाकियू जिलाध्यक्ष ने जींद के विधायक द्वारा प्रदर्शन की अगुवाई करने वालों को शरारती तत्व बताए जाने पर निंदा करते हुए कहा कि भाजपा विधायक को किसान शरारती तत्व नजर आने लगे हैं। इस मौके पर सिक्किम सफा खेड़ी, अनीता सुदकैन, बलिंद्र उचाना, पनमेश्वरी आदि मौजूद रहे।
7 के खिलाफ मामले दर्ज, हो रही पहचान
भिवानी (हप्र) : गांव प्रेमनगर में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज के निर्माण की मांग व कृषि के विरोध में बृहस्पतिवार को आयोजित की गई किसान महापंचायत मामले में पुलिस ने 7 लोगों पर मामला दर्ज किए हैं। फिलहाल पुलिस द्वारा वीडियो ग्राफी के जरिए अन्य लोगों की पहचान की जा रही हंैं। जिला के गांव प्रेमनगर में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज की मांग और तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान महापंचापयत का आयोजन किया गया था। इस महापंचायत में राकेश टिकैत व गुरनाम चढूनी सहित अनेक किसान नेता मौजूद हुए थे। इस महापंचायत में धारा-144 का उल्लंघन करने पर 7 लोागों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया हैं। राकेश टिकैत, कमल सिंह, सुरेश, राजेश, संदीप, सोमबीर, रवि आजाद के नाम शामिल हैं। वही पुलिस वीडियो ग्राफ़ी के जरिये अन्य लोगों की भी पहचान कर रही हैं। इस बारे में डीएसपी विरेंद्र सिंह ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते जिला में धारा-144 लागू की गई हैं। जिसके तहत चार या इससे अधिक व्यक्ति एकत्रित नहीं हो सकते।
मिड्ढा ने आरोप नकारे- नहीं दिखायी बंदूक
स्थानीय भाजपा विधायक डा. कृष्ण मिड्ढा ने किसानों के उन आरोपों को सिरे से नकार दिया है, जिसमें उनके परिवार के सदस्यों पर किसानों को बंदूक दिखाने के आरोप लगाये गये हैं। शुक्रवार को अपने आवास पर आयोजित पत्रकारवार्ता में विधायक डा. कृष्ण मिड्ढा ने बताया कि बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री जींद के दौरे पर आए थे। उनके जाने के बाद किसान मेरे निवास स्थान पर धरना प्रदर्शन करने पहुंचे। उनमें से कुछ शरारती तत्वों ने साजिश रच मुझे बदनाम करने की कोशिश की, जिसमें उसके बेटे व भतीजे पर किसानों को बंदूक दिखाने के आरोप लगाये गये। जबकि मेरे परिवार में किसी के पास बंदूक नहीं है। जिस समय किसान प्रदर्शन कर रहे थे तभी मेरे पड़ोस का एक लड़का घर की छत पर एयर गन लेकर बंदरों को भगाने के लिए गया था।
‘लोकतांत्रिक अधिकारों के हनन पर जुटी सरकार’
भिवानी (हप्र) : केंद्र के साथ हरियाणा सरकार लोकतांत्रिक अधिकारों के हनन पर जुटी है। यह बात वक्ताओं ने कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की आड़ में सरकार द्वारा किसान आंदोलन को दबाने के लिए हर रोज नये हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। भिवानी और दादरी जिले समेत प्रदेश भर में धारा 144 की घोषणा इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है। उन्होंने कहा कि सरकार की कोई चाल कामयाब नहीं होगी और किसान आंदोलन हर हाल में जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि किसानों को नाजायज परेशान करने की बजाए सरकार को कोरोना महामारी से आम जनता को बचाने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए। आज कोरोना पीडि़तों को इलाज मिलने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें ऑक्सजिन के साथ एंटीवायरल दवाई रेमडेसीवीर के लिए पापड़ बेलने पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हर मोर्चे पर विफल है और हरियाणा सरकार उन्हीं के नक्शोकदम पर है। इस अवसर पर राकेश आर्य, कमल प्रधान, सुरजभान सांगवान, मास्टर ताराचंद चरखी, रणधीर घिकाड़ा, पूर्व कर्मचारी नेता रामकिशन, कर्ण सिंह आदि मौजूद रहे।