रोहतक, 18 मई (हप्र)
डीसी कैप्टन मनोज कुमार व एसपी राहुल शर्मा ने मंगलवार को महम क्षेत्र के गांव मोखरा, खरकड़ा व फरमाणा बादशाहपुर गांव में कोविड केयर सेंटरों का दौरा किया और कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों को दी जाने वाली सुविधाओं का जायजा लिया।
डीसी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के लोग शहरों के अस्पतालों में जाने से हिचकिचा रहे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए कोरोना संक्रमित लोगों की सुविधा के लिए विभिन्न गांवों में 46 आइसोलेशन केन्द्र स्थापित किए गए हैं। आइसोलेशन केन्द्र उन लोगों के लिए बनाए गए हैं जिन परिवारों में सदस्यों की संख्या ज्यादा है और आइसोलेट होने के लिए घर पर जगह की कमी है। ऐसे परिवार में एक व्यक्ति संक्रमित होने से परिवार के अन्य सदस्यों को भी संक्रमित होने का खतरा बना रहता है। उन्होंने कहा कि वे व्यक्ति कोविड केयर सेंटर में आइसोलेट होकर अपने आप व परिवार को कोरोना संक्रमण से बचा सकते है।
डीसी ने कहा कि इन सेंटरों में पल्स ऑक्सीमीटर से ऑक्सीजन लेवल तथा थर्मामीटर से तापमान की जांच की जाती है। वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी मदीना डा. जोगिन्द्र सिंह ने बताया कि खरकडा गांव में मंगलवार को 60 व्यक्तियों की रेपिड कोरोना जांच की गई जिनमें केवल एक ही व्यक्ति कोरोना संक्रमित मिला। डॉ रमनजीत कौर एसएमओ लाखनमाजरा का कहना है कि कुल 85 वेक्सीनशन की गई जिसमें 18 प्लस के 73 युवाओं तथा 45 प्लस के 12 लोगों को वेक्सीन लगाई गई। 123 के रेपिड टेस्ट किए गए। जिनमें से अजायब व फरमाणा में 4-4 लोग पाॅजिटिव मिले।
‘हवन से हवा शुद्ध पर कोरोना से न जोड़ें’
डीसी ने कहा कि हवा शुद्धिकरण के लिए हम हवन का प्रयोग कर सकते हैं लेकिन इसे कोरोना के उपचार के तौर पर सामने रखकर लोगों को भ्रमित न करें। इससे समाज में गलत परंपरा स्थापित होती है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण सर्वे करवाया गया है। इस सप्ताह पहले की अपेक्षा कोरोना केसों में कमी आई है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन तैयार है। जिला में ऑक्सीजन तथा एम्बुलेंस की कोई कमी नहीं है। डीसी ने कहा कि महामारी का दौर है। सोशल मीडिया द्वारा मोबाइल टावरों की रेंज के बारे में फैलाई जा रही भ्रांतियों व अप्रमाणिक तथ्यों से जनता को गुमराह नही होना है। उन्होंने कहा कि जो भी असामाजिक तत्व इन अफवाहों का प्रचार कर रहे हैं उनकी वीडियो साइबर सेल को सौंप दी गई है।
पौली व किलाजफरगढ़ में पहुंचा स्वास्थ्य विभाग
जुलाना/जींद (हप्र) : पौली गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित किए जाने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम यहां पहुंची और गांव में 66 मरीजों के सैंपल लिए। एक महिला की रिपोर्ट पॉजीटिव आई। 65 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। गांव में अभी केवल पांच एक्टिव केस हैं। गांव को चारों तरफ से सील कर दिया गया है और पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए हैं। बताया गया है कि गांव में अब तक 13 मौतें हो चुकी हैं। जिनमें से एक कोरोना संक्रमित मरीज भी शामिल है। पौली एमओ डा. जयदीप ने बताया कि पौली और किलाजफरगढ़ गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 100 लोगों के एंटीजन सैंपल लिए हैं, जिनमें से केवल पौली गांव की महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।