जींद (हप्र): सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर देशभर में मचे बवाल के बीच जींद की माजरा खाप पंचायत ने युवाओं को सलाह देते हुए कहा है कि वे इस योजना को लेकर पथभ्रष्ट न हों, बल्कि किसान आंदोलन की तर्ज पर शांतिपूर्वक तरीके से आंदोलन चलाएं। आगजनी, तोड़-फोड़ किसी भी समस्या का कोई समाधान नहीं है। आन्दोलन में कुछ शरारती तत्वों को पहचान कर उन्हें बाहर करना चाहिए। सोमवार को मीडिया से बातचीत में माजरा खाप पंचायत जींद के प्रधान महेंद्र सिंह रेढाल, महासचिव बिजेंद्र सिंह फौजी व प्रवक्ता समुंद्र सिंह फोर ने कहा कि जिस प्रकार से किसान आन्दोलन शान्त रहा और सफलता प्राप्त हुई । इसी प्रकार यह युवा आन्दोलन चलाया जाना चाहिए। यदि उग्रता से आन्दोलन चलाया गया तो बुद्धिजीवी वर्ग का समर्थन नहीं मिल सकता। बच्चों को कोर्ट कचहरी के चक्कर काटने पड़ेंगे । माजरा खाप पंचायत जींद के प्रवक्ता समुंद्र सिंह फोर ने बताया कि मंगलवार 21 जून को सभी खापों की ओर संयुक्त किसान मोर्चा नागरिक संगठन व सामाजिक संगठनों की संयुक्त बैठक सुबह जाट धर्मशाला जींद में अग्नि पथ योजना का विरोध को लेकर होने जा रही है
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।