कुमार मुकेश/हप्र
हिसार, 29 अक्तूबर
सामान्य अस्पताल में वेंटिलेटर शुरू न करने के मुद्दे पर एक निजी चर्चा का वीडियो वायरल होने पर सिविल सर्जन ने कोरोना योद्धा बायोलॉजिस्ट डॉ. रमेश पूनिया के खिलाफ प्रधान चिकित्सा अधिकारी के नेतृत्व में 5 सदस्य जांच कमेटी गठित की है। वायरल वीडियो में डॉ. रमेश पूनिया यह व्यंग्य कर रहे हैं कि वेंटिलेटर तो चलते नहीं है और जहाज चलाएंगे।
वायरल वीडियो में डॉ. रमेश पूनिया अपने दोस्तों के साथ स्वास्थ्य सेवाओं पर चर्चा कर रहे हैं और ऐसा प्रतीत हो रहा है कि वहां बैठे किसी व्यक्ति ने उस बातचीत को रिकॉर्ड कर लिया। करीब 4.13 मिनट के इस वीडियो में डॉ. रमेश पूनिया सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं पर चर्चा करते हुए कह रहे हैं कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस जब कोरोना पॉजिटिव हुए तो वे अपना उपचार करवाने के लिए सरकारी अस्पताल में गए। ऐसे में सरकार पर दबाव बनता है कि सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं दुरुस्त करवाई जाए, लेकिन हमारे हरियाणा में ऐसा नहीं हुआ। वीडियो में वे डीसी के पीए के पॉजिटिव आने और एक घंटे के अंदर ही सरकारी आइसोलेशन सेंटर से निजी अस्पताल में दाखिल होने का किस्सा भी सुनाया।