दिनेश भारद्वाज
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 21 मई
कोरोना से रिकवर होने के बाद बड़ी संख्या में मरीजों को दूसरी बीमारियां परेशान कर रही हैं। इस तरह के कई केस सामने आने के बाद राज्य सरकार ने इस दिशा में कदम उठाया है। प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में ‘उमंग’ केयर सेंटर शुरू होंगे। ये सेंटर कोविड-19 को हराने वाले मरीजों की मॉनिटरिंग करेंगे। कोरोना को शिकस्त देने वाले मरीज यहां नियमित रूप से अपना चैकअप करवा सकेंगे।
दरअसल, राज्य में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें कोविड-19 से ठीक होने के बाद भी मरीजों को गंभीर बीमारियों से घेरा है। कोरोना काल की पहली लहर में हरियाणा ही नहीं, देश के कई अन्य राज्यों में भी ऐसे मामले सामने आए थे। उस समय मामलों की संख्या कम थी। दूसरी लहर में कोरोना मरीजों की संख्या भी बढ़ी है और कोरोना से रिकवर होने के बाद दूसरी बीमारियों का प्रभाव भी तेज हो गया है।
प्रदेश के कई जिलों से आई इस तरह की रिपोर्ट पर नोटिस लेते हुए स्वास्थ्य एवं गृह मंत्री अनिल विज ने स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा, मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च डिपार्टमेंट के एसीएस आलोक निगम व अन्य आला अधिकारियों को जरूरी कदम उठाने को कहा है। विज ने विभाग को आदेश दिए हैं कि सभी सरकारी अस्पतालों में ‘उमंग’ केयर सेंटर स्थापित किया जाए। इस सेंटर में किडनी, लीवर, हार्ट सहित दूसरी गंभीर बीमारियों के विशेषज्ञ तैनात होंगे।
हालांकि कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों को डॉक्टरों की ओर से कई तरह की एहतियात बरतने को कहा जाता है। कई मरीजों में हार्ट की परेशानी भी सामने आई है। समय रहते इन बीमारियों का पता लग सके और उनका उपचार किया जा सके, इसलिए ‘उमंग’ सेंटर स्थापित करने का निर्णय लिया है। यह सुविधा मेडिकल कॉलेजों में भी शुरू होगी। विज ने कहा कि कोरोना से ठीक होने के बाद भी दिक्कतों का सामना कर रहे मरीजों की देखरेख की तैयारी सरकार ने कर ली है।
ब्लैक फंगस के लिए दवा होगी इम्पोर्ट
दूसरी ओर, ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने विदेश से दवा इम्पोर्ट करने का निर्णय लिया है। मरीजों की संख्या के हिसाब से मार्केट में दवा उपलब्ध नहीं होने की वजह से ग्लोबल टैंडर का फैसला लिया है। इसके लिए केंद्र सरकार को चिट्ठी भी लिखी जाएगी ताकि जल्द दवाइयों का प्रबंध हो सके। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी कह चुके हैं कि ब्लैक फंगस की दवाई विदेशों से मंगवाई जाएगी।
नियमित रूप से होगी वैक्सीनेशन
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की अध्यक्षता वाली कमेटी कोरोना वैक्सीन की एक करोड़ डोज खरीदने का फैसला कर चुकी है। इसके लिए ग्लोबल टैंडर जारी करने के आदेश दिए जा चुके हैं। विज ने कहा कि प्रदेश में नियिमत रूप से वैक्सीनेशन मुहिम चलेगी। सरकार की कोशिश है कि जल्द से जल्द पूरे प्रदेश को वैक्सीनेशन के सुरक्षाचक्र में बांधा जाए। केंद्र सरकार को भी कोरोना वैक्सीन के लिए लिखा जा चुका है। हरियाणा सरकार 50 लाख से अधिक डोज के लिए पैसा भी जमा करवा चुकी है।
पारस अस्पताल की जांच को कमेटी गठित
स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता की लिखित शिकायत पर एक्शन लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन करने के आदेश दिए हैं। गुप्ता ने प्राइवेट अस्पतालों द्वारा कोरोना मरीजों से अनाप-शनाप वसूली के आरोप लगाए हैं। पंचकूला के पारस अस्पताल का नाम गुप्ता ने अपनी शिकायत में लिखा है। इसकी जांच के लिए विज ने चिकित्सा शिक्षा विभाग के महानिदेशक डॉ़ शालीन की अध्यक्षता में कमेटी गठित की है। कमेटी में स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा के अतिरिक्त महानिदेशक डॉ़ वीके बंसल भी शामिल हैं। हेल्थ सेक्रेटी राजीव अरोड़ा को दिए आदेशों में विज ने इस कमेटी में वित्त विभाग के एक मुख्य लेखाधिकारी को शामिल करने को कहा है। यह कमेटी एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट देगी।
क्या कहते हैं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज
कोरोना की दूसरी लहर किस हद तक घातक है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कोरोना से रिकवर होने के बाद भी मरीज की जिंदगी में कई तरह की दिक्कतें आती हैं। इसे देखते हुए सभी बड़े अस्पतालों में ‘उमंग’ केयर सेंटर स्थापित करने का निर्णय लिया है। कोरोना काल में कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन होगा। कोरोना वैक्सीन की एक करोड़ डोज के लिए ग्लोबल टेंडर के आर्डर हो चुके हैं। ब्लैक फंगस की दवा भी विदेशों से खरीदी जाएगी।