अम्बाला, 17 मई ( निस)
कोरोना काल में सरकार द्वारा गरीब जरूरतमंद परिवारों को मुफ्त राशन मुहैया कराने की बात की गई है ताकि इस महामारी के दौरान कोई भूखा ना रहे और उन्हें किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े,पर सरकार द्वारा राशन डिपो में गेहूं के साथ बाजरा भी भेजा जा रहा है जिसको राशन के तौर पर बीपीएल परिवारों को वितरित किया जाना है,परंतु क्या इस गर्मी के मौसम में गेहूं बंद कर बाजरा दिया जाना उचित है? यह बात मुलाना विधायक वरुण चौधरी ने आज यहां कही। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने हमेशा ही आम आदमी की परेशानी को कम करने बजाय बढ़ाने का काम किया है। यह सरकार जनता की जरूरतों को जाने बिना वातानुकूलित कमरों में बैठ कर नए-नए फैसले थोपती है और अब सरकार गेहूं के साथ बाजरा वितरित करने का फ़ैसला लेकर आम आदमी को परेशानी में डाल रही है । विधायक ने सरकार से मांग की है कि सरकार बीपीएल परिवारों के साथ जो परिवार इस कोरोना काल में अपने रोजगार खो चुके हैं और उनके पास आय का कोई साधन नही है। उन परिवारों का भी सर्वे करवाकर उनको भी राशन वितरित करने का काम करे और बाजरे की बजाय दोबारा गेहूं देने की शुरुआत करे।