कुरुक्षेत्र (हप्र) : क्रीड़ा भारती द्वारा गांव कमोदा में खेल चौपाल का आयोजन किया गया जिसमें क्रीड़ा भारती के जिलाध्यक्ष धर्मपाल चौधरी डीपी ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। वहीं क्रीड़ा भारती के प्रदेश उपाध्यक्ष व हॉकी में राज्यपाल अवॉर्डी सुभाष चौहान मुख्य वक्ता व अनिल चौधरी, लाभ सिंह व देवीलाल बारना विशिष्ट अतिथि के रूप में पहुंचे। चंद्रभान कमोदा व ईशम सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया। संबोधन में मुख्य अतिथि धर्मपाल ने कहा कि क्रीड़ा भारती द्वारा कुरुक्षेत्र के हर गांव में खेल चौपाल आयोजित कर खेलने के प्रति जागरूक किया जाएगा। मुख्य वक्ता सुभाष चौहान ने कहा कि ओलंपिक में अब की बार 7 मेडल भारत के खिलाड़ी लाए हैं, वह दिन दूर नहीं जब 70 मेडल लाएंगे। इस दौरान जिला व प्रदेश स्तर पर खेलने वाले बच्चों संजना, आंचल, कीर्ति, मुस्कान, जानवी व केशव को सम्मानित किया। इस अवसर पर महेंद्र पाल शर्मा, रमेश पाराशर, संजीव कुमार, मोहन लाल व अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।