भिवानी, 6 जून (हप्र)
गरीब के चूल्हे पर अधिकतर सरसों का तेल इस्तेमाल होता है लेकिन कालाबाजारी और सरकार की संवेदनहीनता के कारण आज गरीब और मध्यम वर्ग की जेब पर डाका डाला जा रहा है। ये आरोप बहुजन समाज के नेता सुरेंद्र कटारिया ने कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए लगाए। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन ने गरीबों की ढाल बनने का काम किया है। अगर ये आंदोलन नहीं होता तो हरियाणा सरकार कभी भी गरीबों के खाते में 250 रुपये डालने की घोषणा ना करती।
उन्होंने कहा कि मौजूदा गठबंधन सरकार किसान और मजदूर के पीछे हाथ धोकर पड़ी है और जमकर शोषण कर रही है। सरकार लाख कोशिश कर ले लेकिन किसान-मजदूर की एकजुटता को नहीं तोड़ पाएगी। वे मिलकर तीन काले कानूनों के खिलाफ चल रहे इस जनांदोलन को कामयाबी के दरवाजे तक लेकर जाएंगे।
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर कितलाना टोल के अनिश्चितकालीन धरने के 164वें दिन खाप सांगवान चालीस के सचिव नरसिंह डीपीई, श्योराण खाप पच्चीस से प्रधान बिजेंद्र बेरला, किसान सभा रणधीर कुंगड़, मीरसिंह नीमड़ी वाली, बहुजन नेता सुरेन्द्र कटारिया, डॉ चंदन समसपुर, कृष्णा छपार, मुन्नी देवी खातीवास ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की।
इस मौके पर पर मास्टर ताराचंद चरखी, गंगाराम श्योराण, सुरजभान सांगवान, गुलजारी सरपंच चरखी, शेमशेर प्रधान, उमेद चरखी, सुरेंद्र कुब्जानगर आदि मौजूद रहे।
किसानों का दादरी में थानों का घेराव आज
चरखी दादरी (निस) : टोहाना से विधायक देवेंद्र बबली प्रकरण में किसानों और प्रशासन के बीच सहमति न बनने से मामला पेचीदा होता जा रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को दादरी जिला के सभी थानों का सुबह 11 से 3 बजे तक घेराव किया जायेगा। सांगवान खाप सचिव नरसिंह डीपीई, फौगाट खाप प्रधान बलवंत नंबरदार व श्योराण खाप प्रधान बिजेंद्र बेरला ने संयुक्त रूप से बताया कि घेराव में इलाके की सभी खाप, किसान, मजदूर, व्यापारी, सामाजिक और कर्मचारी संगठन भाग लेंगे।
टीकरी बॉर्डर पर किसानों का धरना जारी
बहादुरगढ़ (निस) : तीन कृषि कानूनों के विरोध में टीकरी बॉर्डर चल रहा धरना रविवार को भी जारी रहा। काका सिंह लोंगोवाल बीकेयू पंजाब, जगबीर सिंह झज्जर, बलदेव सिंह पंजाब, प्रकट सिंह बी.के.यू. पंजाब, हरप्रीत हनी पंजाब से आए नेताओ ने किसानों को सम्बोधित किया। वहीं रतिया से एक जत्था ने यहां आकर किसान आंदोलन का समर्थन किया। किसान नेताओं ने कहा कि जब तक केंद्र सरकार तीन कृषि कानूनों को रद्द नहीं करती, तब तक किसान भाजपा के खिलाफ इसी तरह खड़े रहेंगे। किसान नेताओं ने 5 जून को सम्पूर्ण क्रांति दिवस और खेती बचाओ-कॉर्पोरेट भगाओ दिवस मनाया था। शनिवार को संपूर्ण क्रांति दिवस मनाते हुए किसान संगठनों ने शहर भर में रैली निकाल कर प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारे लगाए थे। इस दौरान कानूनों की प्रतियां भी जलाई गईं और सरकार के खिलाफ नारेबाजी हुई थी। शहर भर में प्रदर्शन करते हुए रैली निकाल कर किसान लघु सचिवालय पहुंचे थे। जहां पहले से ही पुलिस बल तैनात कर दिया गया। किसानों ने लघु सचिवालय के गेट पर बैठ कर ही अपना प्रदर्शन किया था।