भिवानी, 20 मई (हप्र)
हिसार में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में इलाके की खाप, किसान, मजदूर, सामाजिक, व्यापारी और कर्मचारी संगठन मिलकर 24 मई को हिसार कमिश्नर कार्यालय का घेराव करेंगे। इस बात का ऐलान वक्ताओं ने कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए किया। उन्होंने कहा कि पुलिस कमिश्नर ने किसानों के साथ धोखा किया है। मुख्यमंत्री के दौरे वाले दिन पुलिस ने ना केवल पथराव व लाठीचार्ज किया बल्कि किसानों की गाड़यां तोड़ दी और कई किसानों को हिरासत में ले लिया था। यहां तक कि महिलाओं के साथ भी ज्यादती करने में पुलिस ने कसर नहीं छोड़ी थी। दबाव बनने पर पुलिस ने किसानों को छोड़ दिया लेकिन बाद में उल्टे किसानों पर ही मुकदमा दर्ज कर दिया। ये नाइंसाफी सहन नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि 26 मई को किसान आंदोलन को छह महीने पूरे हो जाएंगे। इस बीच 450 से किसान शहादत दे चुके हैं। इसलिए संयुक्त किसान मोर्चा ने 26 मई को काला दिवस मनाने का फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि इस दिन सभी घरों और धरना स्थलों पर काले झंडे फहराए जाएंगे ताकि गूंगी बहरी सरकार को जगाया जा सके।
इस अवसर पर मास्टर ताराचन्द चरखी, सुरजभान झोझू, सुरेन्द्र कुब्जानगर, कप्तान रणधीर घिकाड़ा, रामफल डोहकी, जागेराम डीपीई, सत्यवान कालूवाला, रामफल देशवाल, प्रकाश प्रजापति, धर्मेन्द्र छपार आदि मौजूद रहे।
किसानों से हटाकर भाजपा नेताओं पर दर्ज हों मुकदमे : कुलदीप
हिसार (हप्र) : अखिल भारतीय कांग्रेस की कार्यसमिति के सदस्य एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कुलदीप बिश्नोई ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मांग की है कि हिसार में लगभग 350 किसानों के खिलाफ 16 मई को हुई घटना के मामले में हत्या प्रयास और अन्य संगीन धाराओं में जो मामले दर्ज किए गए हैं उन्हें शीघ्र ही वापस लिया जाए और भाजपा नेताओं के खिलाफ मामले दर्ज किये जाएं। अन्यथा कांग्रेस पार्टी किसानों पर हो रहे जुल्मों और अत्याचार के खिलाफ मूकदर्शक बन कर बैठी देखती नहीं रहेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने किसानों को दौड़ा- दौड़ा कर पीटा जिससे पुलिस की इस बर्बता का नंगा नाच देखने को मिला। इस जघन्य अपराध के लिए हत्या का मामला तो उन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ दर्ज किया जाना चाहिए था, जिनके इशारों पर निहत्थे किसानों पर लाठियों से प्रहार किया गया। बिश्नोई ने मांग की है कि 16 मई की इस घटना की न्यायिक जांच करवाई जाए और कोविड प्रोटोकॉल तोड़ने और उसका उल्लंघन करने के आरोप में कार्यक्रम में मौजूद सभी भाजपा नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए। उन्होंने इस प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाईं।

24 को आयुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन करेंगे किसान
हिसार, 20 मई (हप्र)
तीन काले कानूनों को वापस लेने, समर्थन मूल्य पर खरीद गारंटी कानून बने, गेहूं का पूरा उठान व भुगतान, खरीफ 2020 जलभराव, ओलावृष्टि, अंधड़ से बर्बाद हुई फसलों की गिरदावरी अनुसार बीमा कम्पनी से पूरा मुआवजा दिलवाया जाए, बीमा कंपनी पर धोखाधड़ी का केस दर्ज एवं नहरों में पानी छोड़ा जाए, जल घरों और जोहड़ों में पीने का पूरा पानी मिले आदि मांगों को लेकर उपायुक्त कार्यालय पर चल रहा बेमियादी धरना बृहस्पतिवार को 24वें दिन भी जारी रहा।
धरने की अध्यक्षता कलीराम पचार व बलराज पूनिया ने संयुक्त रुप से की। संचालन जिला सचिव सतबीर धायल ने किया। धरने को संबोधित करते हुए किसान सभा के जिला प्रधान शमशेर सिंह नम्बरदार ने कहा कि 16 मई को हिसार में जो किसानों व महिलाओं पर जो लाठीचार्ज किया गया, आंसू गैस के गोले छोड़े गये। उसकी पूरी दुनिया में सरकार व पुलिस प्रशासन की निंदा हुई है। अब सरकार उल्टा किसानों पर ही धारा 307 के मुकदमे बनाकर किसानों के आंदोलन को दबाना चाहती है। किसान सभा सरकार की दमनकारी नीति व लाठीचार्ज का जवाब 24 मई को आयुक्त कार्यालय पर विशाल प्रदर्शन व घेराव करके देगी। सरकार की हर चाल को बेनकाब करते हुए विफल किया जाएगा। जिला सचिव सतबीर धायल ने कहा कि सरकार डीएपी खाद पर जो सब्सिडी के नाम पर वाहवाही लूटना चाहती है, यह सरकार की एक चाल है। किसान आंदोलन के दबाव में यह बढ़ोतरी वापस ली गई है।
धरने को राजीव मलिक, अजीत सिंह नम्बरदार पायल, राजकुमार ठोलेदार, कृष्ण कुमार गावड़, अजयनाथ महाराज, संतोष, अनिता पीटीआई, रविकांत, कृष्ण कुमार सांवत, किशोरीलाल जालप ने भी संबोधित किया।