गुरुग्राम, 19 अगस्त (हप्र)
सुबह करीब 8 बजे शुरू हुई मूसलाधार बारिश ने वर्ल्ड क्लास कहे जाने वाले गुरुग्राम की दशा बदतर करके रख दी। करीब तीन घंटे की बारिश से पूरे शहर में कई-कई फुट जलभराव हो गया। यहां तक कि सभी नेशनल हाईवे, एक्सप्रेस-वे और अंडरपास भी जलमग्न हो गए। बारिश के चलते करीब 7 घंटे तक सड़कों पर वाहनों के पहिए थमे रहे।
विधायकों से लेकर सिविक एजेंसियों के अधिकारियों तक जलभराव की स्थिति के बारे में सिर्फ मोबाइल पर ही जानकारी जुटाते रहे। सबसे ज्यादा बुरी दशा दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे की हुई। राजीव चौक से लेकर खेड़की दौला टोल प्लाजा तक करीब 8 किलोमीटर की दूरी में वाहन चालकों को 20 से ज्यादा स्थानों पर भयंकर जलभराव की स्थिति से रूबरू होना पड़ा।

ज्यादा हालात खराब नरसिंहपुर से गुजर रहे दिल्ली गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर रहे। यहां एक्सप्रेस-वे पर करीब 5-5 फुट पानी भर गया और अनेक वाहन पानी में बंद होकर खड़े हो गए। गोल्फकोर्स रोड के सभी अंडरपास पानी से लबालब हो गए। किसी भी अंडरपास से बरसाती पानी की निकासी नहीं हो पाई। सेक्टर 53 के अंडरपास पानी में डूबी व तैरती हुई गाड़ियां भी दिखाई दी। सुबह साढ़े 8 बजे शुरू हुआ जाम 2 बजे के बाद खुल पाया। इससे चालकों ने राहत की सांस ली।

दुकानदार, राहगीर परेशान, रेंगते रहे वाहन
भिवानी (हप्र) : तोशाम में शाम को बारिश से बाजारों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई। जल भराव के कारण वाहन रेंगते नजर आए। दुकानों में पानी घुस गया। ग्रामीणों का कहना है कि पानी का स्थाई समाधान नहीं होने के कारण बारिश के दिनों में हर बार उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है। तेज बारिश के कारण सड़कों ने तालाब का रूप धारण कर लिया। पोस्ट ऑफिस रोड गुरु रविदास मंदिर वाली सड़क पर पानी भर गया। बस स्टैंड के पीछे मार्केट में 2-3 फुट तक पानी भर गया।
लोहारू में जमकर बरसे बादल
लोहारू (निस) : लोहारू में बुधवार को काली घटाओं के साथ बादल जमकर बरसे। समुचित निकासी व्यवस्था न होने के कारण बरसाती पानी लोगों के घरों व दुकानों में घुस गया। करीबन 20 एमएम बारिश का अनुमान लगाया जा रहा है। बुधवार सायं करीब 5 बजे आसमान में अंधेरा छा गया। लगभग आधे घंटे तक यह बारिश चलती रही। इससे सूरजगढ़ रोड, मेन बाजार, आर्य समाज कॉलोनी आदि की सड़कें पूरी तरह बरसाती पानी से लबालब भर गई।
रिमझिम-रिमझिम बरसात से बदला मौसम
सोनीपत (हप्र) : जिले में बुधवार को दिनभर कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश हुई। इससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार सप्ताह के अंत तक बरसात के आसार बने रह सकते हैं। दरअसल, पिछले कई दिनों से जिलावासियों को उसम और तेज धूप का सामना करना पड़ रहा था। दिन का अधिकतम तापमान 34 डिग्री तक पहुंच गया था। बुधवार सुबह मानसून के एक्टिव होने की वजह से रिमझिम-रिमझिम बारिश दिनभर होती रही। शाम के पांच बजे तक सोनीपत ब्लाक में 9 एमएम बरसात दर्ज की गई। गन्नौर ब्लाक में 17 एमएम, गोहाना और राई में 8 एमएम, खानपुर कलां ब्लाक में 7 एमएम बरसात दर्ज हुई।
कनीना में डूबी झुग्गियां
कनीना (निस) : क्षेत्र में बुधवार सुबह लगातार 3 घंटे हुई झमाझम बारिश से सड़कें, निचले इलाके डूब गये। सेहलंग गांव में लोहार गाड़िया बस्ती पानी में डूब गईं। उनकी झुग्गियों में रखा आटा-दाल व अन्य सामान भीग गया। इससे उन्हें खाने के भी लाले पड़ गये। वार्ड-8 मेें घरों के सामने पानी खड़ा होने से लाेग घरों में ही कैद हो गये। बारिश से तापमान में गिरावट आने से उमस भरी गर्मी से भी निजात मिल गई। क्षेत्र में न्यूनतम तापमान 26 डिग्री तथा अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस रह गया है।
पलवल जलमग्न
पलवल (हप्र) : बुधवार को हुई बारिश ने पूरे जिले को पानी ही पानी कर दिया। वर्षा से पलवल, होडल व हथीन में चारों ओर पानी ही पानी दिखाई दिया जिससे जन-जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया। नेशनल हाईवे सहित शहर के सभी प्रमुख मार्गों व कॉलोनियों में पानी भरने से हालात बेकाबू हो गए। घरों व दुकानों तक में पानी घुस गया। बुधवार को पलवल में 35 एमएम, हथीन में 42 एमएम तथा होडल में 5 एमएम वर्षा हुई। जिला मुख्यालय के कई सरकारी कार्यालयों में पानी घुस गया।