फरीदाबाद (हप्र) : स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पीएनडीटी एक्ट के तहत उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के अंतर्गत आने वाले महोर्सा गांव में छापेमारी की है। कोतवाली अहार थाना क्षेत्र में पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम के छापे के दौरान मुख्य आरोपी अल्ट्रासाउंड मशीन को लेकर फरार हो गया, जबकि सोहिल एवं अन्य व्यक्ति को पकड़ लिया गया। टीम में खेड़ीकलां स्वास्थ्य केंद्र के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डा.हरजिदर सिंह, तिगांव स्वास्थ्य केंद्र से डा.राखी और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सीकरी से डा.नितिन शामिल थे। इसके अलावा एक गर्भवती महिला भी शामिल थी, जिसे फर्जी ग्राहक बनाया गया। गर्भवती महिला ने स्थानीय महिला पार्वती से संपर्क किया। बुलंदशहर में उन्हें बबीता नाम की महिला मिली, जिसने फर्जी ग्राहक को सोहिल से मिलवाया। सोहिल महिला को महोर्सा गांव ले गया। वहां शिविर लगाकर भ्रूण जांच की जा रही थी। महिला का अल्ट्रासाउंड करके गर्भ में लडक़े के भ्रूण की पुष्टि की गई। इसके बाद छापेमारी शुरू कर दी।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।