गुरुग्राम, 18 जनवरी (हप्र)
गांवों को लाल डोरा मुक्त करने के लिए प्रदेश में लागू की जा रही स्वामित्व योजना के तहत जिले के 70 गांवों का ड्रोन से सर्वे हो चुका है। इनमें से 11 गांवों के लोगों को मालिकाना हक के दस्तावेज भी बनाकर दिए जा चुके हैं।
डीसी यश गर्ग ने बताया कि गांवों को लाल डोरा मुक्त करने के लिए सर्वे आॅफ इंडिया के सहयोग से कार्य किया जा रहा है और यह प्रक्रिया तेज गति से पूरी की जा रही है। योजना के अंतर्गत सोहना ब्लाॅक पूरा कवर कर लिया गया है और अब सर्वे आदि का कार्य पटौदी ब्लाॅक में चल रहा है। इस योजना के तहत गांव में पहले लाल डोरा की निशानदेही की जाती है। उसके बाद लाल डोरा के भीतर स्थित संपत्तियों की मार्किंग करने के पश्चात ड्रोन सर्वे किया जाता है। यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद लाल डोरा में स्थित संपत्तियों के मालिकों को सरकार द्वारा निर्धारित फीस पर मालिकाना हक के दस्तावेज दिए जाते हैं। इसका फायदा यह है कि उन दस्तावेजों को प्रस्तुत करके संपत्ति मालिक अपनी जरूरत के हिसाब से बैंक आदि वित्तीय संस्थाओं से ऋण प्राप्त कर सकता है।
संपत्ति विवाद हो जाएंगे कम
दूसरा लाभ यह है कि ग्रामीणों को उनकी संपत्ति का मालिकाना हक मिल जाता है, जिससे भविष्य में संपत्ति के मालिकाना हक को लेकर विवाद कम होंगे। आज की बैठक में उपायुक्त डा. गर्ग ने यह भी बताया कि अब तक गुरुग्राम जिला में स्वामित्व योजना के तहत 11 गांवों में सर्वे आदि का कार्य पूरा करके 255 व्यक्तियों को मालिकाना हक के दस्तावेज बनाकर दिए जा चुके हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इन गांवों में 43 गांव सोहना ब्लाॅक के तथा 27 गांव पटौदी ब्लाॅक के हैं।
गांवों के नक्शे हुए तैयार
गन्नौर (निस) : दूसरे चरण में लाल डोरा मुक्त करने की योजना के तहत गन्नौर ब्लाक के 35 गांवों चयन किया गया था। इनका ब्लॉक विकास एवं पंचायत विभाग द्वारा ड्रोन सर्वे करवाया जा रहा है, जिनमें से काफी गांवो का सर्वे पूरा हो चुका था। ड्रोन सर्वे पूरा होने के बाद अब विभाग द्वारा 10 गांवों के लाल डोरा क्षेत्र का नक्शा भी तैयार कर दिया गया है। नक्शा तैयार होने के बाद विभाग ने ग्रामीणों को नक्शे का निरीक्षण करने की भी अपील की है, ताकि नक्शे में आपत्ति मिलने पर उसे ठीक किया जा सके। खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी जितेंद्र कुमार के नेतृत्व में समाज शिक्षा एवं पंचायत अधिकारी की टीम दूसरे चरण में चयनित गांवों के ड्रोन द्वारा सर्वे करवाए जा रहे हैं। जसके तहत आबादी देह में प्लाटों, मकानों या अन्य जमीन की मैपिंग की जा रही। समाज शिक्षा एवं पंचायत अधिकारी जयभगवान ने बताया कि इन गांवों में पुरखास राठी, पुरखास धीरान, बली कुतुबपुर, आहुलाना, उदेशीपुर, शेखपुरा, पुगथला, तेवड़ी, भावर व बजाना कलां शामिल हैं।