एनसीआर की रेव पार्टियों में सिर चढ़ बोली जादुई गोली! : The Dainik Tribune

एनसीआर की रेव पार्टियों में सिर चढ़ बोली जादुई गोली!

एनसीआर की रेव पार्टियों में सिर चढ़ बोली जादुई गोली!

सुमेधा शर्मा/ट्रिन्यू

गुरुग्राम, 24 जून

पंजाब में नशामुक्ति के लिए इस्तेमाल की जाने वाली 'जादुई' गोली (टेबलेट) बुप्रेनोर्फिन की आजकल गुरुग्राम की पार्टियों में भारी डिमांड है। यह दवा एनसीआर के पार्टी हलकों में छाई हुई है। दिल्ली और पंजाब में लगातार बढ़ते ग्रे मार्केट के साथ, यह हेरोइन की तरह तेज नशे, न के बराबर मृत्यु जोखिम और आसान उपलब्धता के कारण पसंदीदा बन रही है।

नशामुक्ति एवं व्यवहार विज्ञान विशेषज्ञ डॉ. स्मृति डोगरा ने कहा कि यह दवा मॉर्फिन की तुलना में 25 से 40 गुना अधिक शक्तिशाली और लंबे समय तक चलने वाली दर्द निवारक है। नशामुक्ति के लिए यह दवा दुनियाभर में सफल रही है, लेकिन नशे जैसे शौकिया उद्देश्यों के लिए इसके उपयोग से इनकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि हमारे पास ऐसे युवा आईटी प्रोफेशनल्स आ रहे हैं, जिनका कहना है कि उन्होंने इस 'पेन किलर' का इस्तेमाल वीकएंड पर किया और अब वे इसके आदी हो चुके हैं। इनमें से ज्यादातर ने कहा कि उन्हें यह पंजाब के रहने वाले उनके दोस्तों से मिली है। स्थानीय मनोचिकित्सक डॉ. अतुल कुलहरिया का कहना है कि यह सिर्फ शौकिया नहीं है, बल्कि युवा युगल एक-दूसरे से सुनकर इसका इस्तेमाल परफॉर्मेंस ड्रग्स के रूप में भी कर रहे हैं। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के एडीजीपी श्रीकांत जाधव ने कहा कि 75 अन्य विनियमित दवाओं की तरह की निगरानी की आवश्यकता है और अधिकारी इस पर काम कर रहे हैं।

पुलिस का भी जोखिम नहीं

एमजी रोड के एक क्लब के मालिक ने 'ट्रिब्यून' से बातचीत में बताया कि सस्ती कीमतों और पुलिस का कोई झंझट न होने के कारण नशे के चाहवान लोगों के बीच इसकी मांग बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि यह वर्तमान में बाजार में सबसे अच्छा परेशानी मुक्त विकल्प है, जो लोगों को ट्रामाडोल जैसे अधिकांश नियमित नशों से बेहतर विकल्प प्रदान कर रहा है। ड्रग पेडलर नहीं, बल्कि नियमित रूप से काम करने वाले पेशेवर ही एनसीआर में इन गोलियाें को उपलब्ध करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसमें पेडलिंग या पुलिस का कोई जोखिम नहीं है, इसलिए हमें ज्यादा दिक्कत नहीं है।

पंजाब में 55 की, गुरुग्राम में 200 तक में मिल रही

इस दवा के एक एजेंट परमिंदर सिंह (बदला हुआ नाम) ने कहा कि वे खुद हीरोइन की लत से जूझ रहे थे। लॉकडाउन के दौरान जब वे अपने घर कपूरथला (पंजाब) गए तो उन्होंने इस गोली का इस्तेमाल किया। धीरे-धीरे वे इसके आदी हो गए। वर्ष 2021 में वे इसे लेकर गुरुग्राम आए और अपने दोस्तों को इसे इस्तेमाल करने के लिए कहा। इसके बाद जल्द ही उसे इसका व्यवसाय करने का मौका मिल गया। उन्होंने कहा कि पंजाब में ग्रे मार्केट में एक गोली लगभग 55 रुपये में आसानी से उपलब्ध है और यहां के लोग एक गोली के लिए 100 से 200 रुपये के बीच कीमत देने को तैयार हैं।

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