गुरुग्राम, 17 मई (हप्र)
लंबे समय से पार्षदों और नगर निगम के चीफ इंजीनियर टीएल शर्मा के बीच चल रहा विवाद आखिरकार मारपीट तक पहुंच गया। वार्ड 13 के पार्षद ब्रहम यादव व ठेकेदार यूनियन के अध्यक्ष मनीष सैदपुर पर चीफ इंजीनियर ने मारपीट का आरोप लगाया है। चीफ इंजीनियर ने पूरे मामले की शिकायत पुलिस से की है। इस मामले में अभी तक पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की है।
सदर थाना पुलिस को दी शिकायत में चीफ इंजीनियर ठाकुर लाल शर्मा ने बताया कि वह एक्सईएन गोपाल कलावत के कमरे में इंजीनियरिंग विंग से जुड़े अधिकारियों की एनजीटी से संबंधित मामलों को लेकर बैठक ले रहे थे। इसी बीच वार्ड 13 से पार्षद ब्रह्म यादव और एमसीजी ठेकेदार यूनियन के प्रधान मनीष सैदपुर जबरन कमरे में घुस आए। आरोप है कि आते ही इन्होंने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए मारपीट का प्रयास शुरू कर दिया। ब्रह्म यादव ने उन्हें मारने की नीयत से कुर्सी उठाकर उनकी ओर फेंकी लेकिन समय रहते वह सामने से हट गए। जिस कारण कुर्सी से टेबल व आॅफिस का पार्टिशन क्षतिग्रस्त हो गया। आरोप है कि ब्रह्म यादव ने उन्हें व परिवार को सबक सिखाने की धमकी दी है। इससे पहले भी उन्होंने पार्षद पर कई दफा अभद्रता करने का आरोप लगाते हुए अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई है। संबंधित शिकायत की प्रति उन्होंने शहरी स्थानीय निकाय मंत्री, निदेशालय तथा एमसीजी कमिश्नर को भी दी है। उनका आरोप है कि पार्षद उनके पर दबाव बनाकर जबरदस्ती फाइलें पास करवाना चाहते हैं।
पहले दिन से ही विवादों में रहे हैं ठाकुर लाल : नगर निगम में बतौर चीफ इंजीनियर चार्ज संभालने के बाद से ठाकुर लाल शर्मा विवादों में रहे हैं। इससे पहले भी वह कई पार्षदों पर गाली गलौच, भरी बैठक में बेइज्जती करने संबंधी आरोप लगा चुके हैं। 23 पार्षदों ने उनके खिलाफ मंत्री अनिल विज से शिकायत की।
साजिशन फाइलों को दबा देते हैं चीफ इंजीनियर : पार्षद
पार्षद ब्रह्म यादव ने आरोपों को झुठलाते हुए कहा कि जिस दिन से ठाकुर लाल शर्मा ने चीफ इंजीनियर के तौर पर काम संभाला है उस दिन से शहर के विकास कार्यों संबंधी सभी फाइलों को महीनों-महीनों रोका जाने लगा। वह प्रदेश सरकार में एक मंत्री को अपना रिश्तेदार बताते हुए धमकी देते हैं कि उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। उनके अनुसार कई महीनों से रोकी हुई अपने वार्ड की फाइलों के संदर्भ में बात करने उनके कार्यालय गया था लेकिन उन्होंने मिलने से मना कर दिया। इसके चलते मामूली तौर पर बहस जरूर हुई थी।
नहीं मिली शिकायत
थाना सदर के एसएचओ वेदप्रकाश का कहना है कि उन्हें अभी तक शिकायत नहीं मिली है, शिकायत मिलने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।