फसल बीमा के नाम पर कंपनी व सरकार ने किसानों से किया धोखा : सोमबीर
खरीफ फसल 2023 में भिवानी व चरखी दादरी के 350 करोड़ रुपये के कथित बीमा क्लेम घोटाला को लेकर किसान संगठनों ने आज चौथे दिन भी लघु सचिवालय में धरना दिया। पूर्व विधायक व कांग्रेस नेता सोमबीर सिंह ने धरना स्थल पर आकर किसान संगठनों को समर्थन दिया। सोमबीर ने कहा कि सरकार व बीमा कंपनी ने फसल बीमा के नाम से किसानों के साथ धोखा किया है। बीमा क्लेम राशि ब्याज समेत किसानों के खातों में शीघ्र डाली जानी चाहिए।
आज के धरना का संचालन अशोक आर्य एडवोकेट व दयानंद सांगवान दमकोरा ने किया, जबकि धर्मपाल बारवास, पृथ्वी सिंह, भरत सिंह साल्हेवाला, मुकेश सालहेवाला, पूर्व सरपंच सुरजभान गिगनाऊ ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय निगरानी समिति द्वारा खरीफ फसल कपास बीमा क्लेम निर्धारण के बाद बीमा क्लेम राशि का भुगतान नहीं करना सरकार की बेईमान मंशा को दर्शाता है। इस तरह के घोटाला को अकेले बीमा कंपनी के अधिकारी अंजाम नहीं दे सकते।
प्रमुख किसान नेता एवं बीमा क्लेम आंदोलन संयोजक मंडल के सदस्य बलवीर सिंह ठाकन ने कहा कि बीमा क्लेम राशि भुगतान व दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की मांग को लेकर चल रहा आंदोलन अब जन आंदोलन बनता जा रहा है। धरना को कर्ण सिंह गोठड़ा, विजय गुरावा, सुबेदार धनपत सिंह ढाणी, सुरेश फरटिया, उमेद बुढ़ेड़ा, मेवा सिंह आर्य, सुरेन्द्र गोदारा, शुशील नांगल, रामचंद्र फोजी मोरकां ने संबोधित किया। प्रदर्शन में अखिल भारतीय किसान सभा बहल प्रधान, राम सिंह शेखावत, हवा सिंह बलोदा, अशोक ढ़ेवा, नरेंद्र फरटिया, रमेश सांगवान, दलवीर चैहड़ कलां, सुमेर सिंह गिगनाऊ, इश्वर सिंह सिंघानी, मांगे राम चैहड़ कलां, रामपाल सिंघानी व धर्मपाल फरटिया केहर मौजूद रहे।