गुरुग्राम, 13 अगस्त (हप्र)
चंद घंटे की बारिश ने साइबर सिटी को पानी-पानी कर दिया। लोगों के घरों से लेकर, सरकारी कार्यालय, बस अड्डा, सिविल अस्पताल, शहरी की आंतरिक व बाहरी सड़कों के साथ-साथ नेशनल हाईवे व उन विभागों के कार्यालय भी जलमग्न हो गए जिनके कंधों पर जलभराव रोकने की जिम्मेदारी है। जलभराव की स्थिति का जायजा लेने के लिए न अफसर सड़कों पर दिखे और न ही विधायक। शाम होते-होते प्रशासन ने यह कहकर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया कि ‘बारिश ज्यादा हो गई।’
दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर आधा दर्जन से अधिक स्थान ऐसे थे पूरी तरह से बारिश के पानी में डूब गए जबकि सिग्नेचर टावर चौक से लेकर खेड़की दौला टोल प्लाजा तक ज्यादातर क्षेत्र में सर्विस रोड पानी से लबालब रही। एक्सप्रेस-वे व निर्माणाधीन दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे और मानेसर इंडस्ट्रियल एरिया की रही। प्रशासन की ओर से जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि औसतन 89.5 एमएम बारिश हुई है।
विभाग के दावों की खुली पोल
गन्नौर (निस) : बीती रात से बृहस्पतिवार को दिनभर जारी बरसात से गन्नौर की सभी सड़कें जलमग्न हो गयी। नगरपालिका रोड पर घरों में पानी तक घुस गया। जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। तेज बरसात के बाद गांव कुराड़, राजलू गढ़ी गांव में तालाब ओवरफ्लो हो गये। बरसात ने जनस्वास्थ्य विभाग के नालों की सफाई के दावों की पोल खोल कर रख दी।
महिला पुलिस थाने में भरा पानी
पलवल (हप्र) : बृहस्पतिवार को हुई वर्षा ने पलवल को पूरी तरह से जलमग्न कर दिया। पलवल जिला मुख्यालय स्थित कई सरकारी दफ्तरों और भवनों में हल्की बारिश के चलते पूरी तरह से जलभराव हो गया। नेशनल हाईवे स्थित पलवल का महिला थाना भी आज पूरी तरह से जलमग्न हाे गया। बारिश से ही पलवल शहर की कृष्णा कॉलोनी, शेखपुरा, रसूलपुर रोड, किठवाडी रोड, सल्लागढ, शिव कॉलोनी, मोहन नगर, राजीव नगर आदि अनेक इलाके पानी से लबालब दिखे।
बहादुरगढ़ (निस) : बृहस्पतिवार को क्षेत्र में बारिश का सिलसिला जारी रहा। इससे जहां शहरी क्षेत्र की दर्जनों कालोनियों, सैक्टर-6 समेत अन्य पॉश एरिया व कई सरकारी कार्यालय के कैंपस में पानी भर गया।
मकान गिरने से परिवार के 15 लोग घायल
सोनीपत (हप्र) : बृहस्पतिवार को बारिश के रूप में शहर में ही आफत नहीं बरसी, बल्कि गांवों में खूब नुकसान हुआ है। सलीमसर माजरा गांव के रहने वाला मातूराम व उसका परिवार खाना खा रहे थे। अचानक उसके मकान की दीवारें दरक गई और छत परिवार पर आन पड़ी। इससे परिवार के सदस्यों सहित 15 लोग मलबे में दब गए। ग्रामीणों ने घायलों को निकाला और सिविल अस्पताल में दाखिल कराया। इनमें परिवार के 5 लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है। इन्हें पीजीआई रोहतक लिए रैफर किया गया है। वहीं, बरसात की वजह से सोनीपत शहर पानी-पानी हो गया। सेक्टरों में घरों में पानी घुस आया, तो गांव बेहाल हो गए। रिकार्ड 220 एमएम बारिश सोनीपत में दर्ज की गई है। पिछले 10 सालों में एक दिन में इतनी अधिक बरसात अब तक नहीं हो पाई थी। पावर हाउस में भी पानी जमा हो गया और शहर और गांव में बत्ती गुल हो गयी।
जलभराव से लोग परेशान
नूंह/मेवात (निस) : जिला में बुधवार सायं से बृहस्पतिवार दोपहर तक रुक-रुक कर हुई बारिश से जलभराव हो गया। इससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिला के गांवों के अलावा नूंह, तावडू, पुन्हाना, नगीना, पिनगवा, पुन्हाना व फिरोजपुर झिरका आदि जगहों पर बारिश ने नगरपालिकाओं व सरपंचों के सफाई संबंधित दावों की पोल खोल दी तथा जल निकासी बदतर होने से बाजारों, गली -मोहल्लों के अलावा दुकानों, मकानों में बरसाती पानी घुसने से काफी नुकसान हुआ हैं।