विवेक बंसल/हप्र
गुरुग्राम, 25 अगस्त
मिलेनियम सिटी का एक ऐसा स्कूल, जो ड्रेन से निकलने वाले पानी में डूबा हुआ है। वहां के विद्यार्थियों को दूसरे स्कूलों में शिफ्ट करना पड़ा, ताकि उनकी पढ़ाई बाधित न हो। पानी निकासी की मांग पर अधिकारियों ने उस पानी को निकालने या आगे ले जाने में असमर्थता जाहिर करते हुए हाथ खड़े कर दिए हैं।
गुरुग्राम-रेवाड़ी रोड पर हरसरू गांव से ठीक पहले द्वारका एक्सप्रेस-वे किनारे काफी पुराना बना हुआ है सेंट पॉल स्कूल। गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) की तरफ से मानेसर, बादशाहपुर के गंदे पानी की निकासी के लिए एक ड्रेन बनाई गई है। इस ड्रेन को पीछे से तो बना दिया गया है, लेकिन हरसरू के पास बने सेंट पॉल स्कूल के सामने इस ड्रेन को खुला छोड़ दिया गया। अब हालात ये हैं कि इस ड्रेन से निकलने वाला गंदा पानी इस स्कूल में भर गया है। बीती 24 जून, 2023 को इस स्कूल में गंदा पानी भरा था, अब तक गंदे पानी की निकासी का कोई प्रबंध नहीं हो पाया है।
स्कूल के निदेशक वीनू कैलविन भट्टी ने बताया कि इस समस्या को लेकर स्कूल प्रबंधन स्थानीय प्रशासन जिला उपायुक्त, अतिरिक्त उपायुक्त, जीएमडीए, नगर निगम गुरुग्राम, नगर निगम मानेसर और मुख्यमंत्री कार्यालय तक शिकायत कर चुका है, लेकिन कहीं से कोई समाधान नहीं हुआ। जीएमडीए के अधिकारियों का जवाब है कि वे इस ड्रेन को लेकर कहां जाएं।
600 विद्यार्थी दूसरे स्कूलों में शिफ्ट
गंदा पानी भरने से स्कूल को बंद करने की नौबत आ गई है। सभी 600 बच्चों को दूसरे स्कूलों में शिफ्ट किया गया है। स्कूल की इमारत भी पानी भरने से कमजोर होकर गिर सकती है।