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विकास योजनाओं को दें गति, बरतें पारदर्शिता : सैलजा

विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक
जींद में मंगलवार को बैठक में मौजूद सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा, सांसद जयप्रकाश, सतपाल ब्रह्मचारी और अन्य। -हप्र
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डीआरडीए हॉल में मंगलवार को जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने की। बैठक में सोनीपत के सांसद सतपाल ब्रह्मचारी तथा हिसार के सांसद जयप्रकाश सह-अध्यक्ष के रूप में उपस्थित रहे। बैठक में जिले के विभिन्न विभागों द्वारा प्रस्तुत 21 एजेंडों की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की गई। इस अवसर पर सांसदों ने कहा कि विकास योजनाओं को गति, पारदर्शिता और गुणवत्ता के साथ आगे बढ़ाया जाए, ताकि योजनाओं का जनहित में अधिकतम प्रभाव सुनिश्चित हो सके। सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि पेयजल, स्वच्छता, सड़क सुरक्षा, स्वास्थ्य,शिक्षा एवं स्वच्छ भारत मिशन जैसे क्षेत्रों में प्रशासन द्वारा कई महत्वपूर्ण कार्य किए जा रहे हैं। साथ ही उन्होंने हाईवे सुरक्षा, आपात सेवाओं की उपलब्धता और कचरा प्रबंधन जैसी जनसुविधाओं को और सुदृढ़ करने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि विकास कार्यों की समीक्षा करते समय वर्तमान रिपोर्ट के साथ पूर्व रिकॉर्ड का भी अवलोकन किया जाए, ताकि योजनाओं की दिशा और प्रभावशीलता का समग्र मूल्यांकन किया जा सके। सभी विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें, जिससे जनता को योजनाओं का लाभ समय पर और पारदर्शी तरीके से मिल सके। उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि हेल्पलाइन नंबरों की कार्यप्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाया जाए, ताकि नागरिकों को त्वरित सहायता मिल सके। साथ ही योजनाओं के प्रचार-प्रसार को व्यापक बनाते हुए पात्र लाभार्थियों तक पहुंच सुनिश्चित करने पर भी बल दिया गया। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता कार्यों की निरंतरता बनाए रखने तथा सफाई कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरणों का प्रयोग करने को कहा गया। महिला स्वयं-सहायता समूहों को और अधिक आत्मनिर्भर बनाने के लिए चल रहे प्रयासों को सशक्त बनाने पर बल दिया गया। शिक्षा विभाग को निर्देश दिए गए कि शिक्षक प्रशिक्षण की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए तथा ड्रॉप आउट बच्चों की संख्या कम करने के ठोस प्रयास हों, ताकि प्रत्येक बच्चा शिक्षा से जुड़ा रहे। विद्यालयों में छात्राओं के लिए शौचालयों की समुचित व्यवस्था, मिड-डे-मील की गुणवत्ता तथा विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए सुविधाओं को और सुदृढ़ बनाने पर भी जोर दिया गया। उन्होंने कहा कि अधिकारी जनता से संवाद बढ़ाएं, योजनाओं के प्रति जागरूकता फैलाएं और जनहित कार्यों को समयबद्ध रूप से पूर्ण करें।

 

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