गुरुग्राम, 16 सितंबर (हप्र)
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर करीब 7 किलोमीटर लंबे एलिवेटिड रोड का निर्माण कर रही कंपनी ओरियंटल स्ट्रक्चरल इंजीनियर्स (ओएसई) को अब सारे नियम कानून याद आ गए। वैकल्पिक रोड पर हुए गहरे गड्ढ़ों को भरने का काम तेजी से किया जा रहा है साथ ही एलिवेटिड रोड के राइट ऑफ वे के दोनों और सुरक्षा की दृष्टि से फैंसिंग की जा रही है। ये कदम एनएचएआई के कड़े रुख के बाद उठाए जा रहे हैं।
सोहना रोड पर शीशपाल विहार के ठीक सामने दो पिलरों के बीच एक स्पैन गिरने के बाद नेशनल हाईवे अथोरिटी ऑफ इंडिया निर्माण कंपनी के खिलाफ सख्त रवैया अपनाए हुए है। जिसके बाद वैकल्पिक रोड पर हुए गहरे गड्ढ़ों को भरने का काम तेज गति से किया जा रहा है। सुरक्षा की दृष्टि से एलीवेटिड रोड के राइट आॅफ वे (आरओडब्ल्यू) के दोनों ओर सिक्यूरिटी फैंसिंग की जा रही है। इस फैंसिंग के बीच यानी निर्माण कार्य की राह में में अब वाहनों या आमजन की एंट्री नहीं हो सकेगी।
कंपनी ने रिहायशी व अधिक यातायात दबाव वाले क्षेत्र में आरओडब्ल्यू के दोनों ओर लगाई लोहे की प्लेट्स के उपर रात के समय चमकने वाली लाइट्स भी लगवा दी है। आरओडब्ल्यू के बीच सभी मुख्य कट पर यातायात व्यवस्था बनाए रखने में सहायता करने के लिए गार्ड लगा दिए गए हैं। कंपनी के तमाम प्रयासों के बावजूद राजीव चैक से भोंडसी तक करीब 10 किलोमीटर में 50 से ज्यादा ऐसे स्थान हैं जो अभी भी बड़े हादसे को न्यौता दे रहे हैं।