गुरुग्राम, 22 अक्तूबर (हप्र)
केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा कि देश व प्रदेश की भाजपा सरकार ने किसानों को अपनी मर्जी का मालिक बनाने का काम किया है, लेकिन मोदी और भाजपा विरोधी कुछ किसान संगठन हैं, जिन्हें न किसान पसंद हैं और न यह सरकार। इसलिए ये किसी भी तरह से किसानों को भड़काकर झूठे दावों में उलझाए रखना चाहते हैं।
वह यहां ‘हरियाणा सरकारः सात साल-सात कमाल’ कार्यक्रम के तहत पत्रकारों से बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि देश का किसान प्रधानमंत्री मोदी के साथ है। कुछ किसान संगठनों के अपने मकसद हैं, जिन्हें पूरा करने के लिए ये सरकार को उकसाने का प्रयास करते रहते हैं। इन किसान संगठनों के नये कृषि कानूनों को लेकर पैदा किए गए भ्रम का जवाब यही है कि आज तक न मंडी बंद हुई न एमएसपी। हजारों मंडियां नयी बन रही हैं। उन्होंने कहा कि ये कानून किसी पर जबरदस्ती थोपे नहीं गए हैं। कोई माने तो माने, ना मानना चाहे तो इसके लिए बाधित भी नहीं है। उन्होंने पूछा कि कृषि कानूनों के विरोध करने की बात करने वाले बताएं कि किसानों को अपनी मर्जी का मालिक बनाना बुरी बात है क्या? एक उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा, ‘एक दूधिया किसान से बल्क में दूध का सौदा करने जाता है और सालभर का रेट तय कर लेता है तो इसका मतलब उसने सिर्फ दूध का सौदा किया है भैंस या गाय का नहीं। यही इन कृषि कानूनों में है, किसान से फसल का सौदा हुआ खेत का नहीं। खेत के सौदे का भ्रम फैलाकर किसानों को गुमराह किया जा रहा है।’ गुर्जर बोले, ‘विपक्षी दलों के हाथ किसानों के खून से रंगे हैं। लेकिन भाजपा किसी भी सूरत में कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे लोगों के खिलाफ ऐसी कोई कार्रवाई नहीं करेगी, क्योंकि धरना दे रहे लोग भी हमारे बीच से निकले हुए हैं।’ किसानों के बारे में बातें करना बहुत अच्छा है, लेकिन उनके हित में काम करना उतना ही मुश्किल। पिछली सरकारों ने किसानों की फसलें भी लूटी और जमीनें भी बेच डाली। न फसल का रेट दिया, न खराबे का और न ही जमीन का रेट दिया। हमारी सरकार ने तय किया कि किसान की मर्जी के बगैर एक इंच भी जमीन नहीं लेंगे। बातचीत में बात बनेगी तो ठीक है अन्यथा किसानों की मर्जी के बगैर जमीन नहीं लेंगे। उन्होंने कहा कि किसानों से ली हुई जमीनें भी हमारी सरकार ने वापस कर दी, अन्यथा पहले सेक्शन 4, 6 व 9 लगाकर जमीन ले लेते थे और जिसकी मन चाहे छोड़ते थे, वरना जब्त। इस मौके प्रदेश सरकार में मंत्री ओमप्रकाश यादव, पूर्व सांसद सुधा यादव, जिला प्रभारी वीर कुमार यादव, विधायक सुधीर सिंगला, विधायक संजय सिंह, जीएल शर्मा, सूरजपाल अम्मू, जिलाध्यक्ष गार्गी कक्कड़, अनिल यादव मौजूद रहे।