गुरुग्राम (हप्र) :
कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों द्वारा आयोजित भारत बंद के कारण दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर भारी ट्रैफिक जाम लग गया। राजधानी दिल्ली की सीमा में प्रवेश से पहले लगे बैरिकेड्स के कारण धीमी हुई वाहनों की गति कई किलोमीटर लंबे ट्रैफिक जाम का कारण बन गई। 6 घंटे से भी अधिक समय तक लोग भयंकर जाम से जूझते रहे। सरहोल स्थित दिल्ली-गुरुग्राम बाॅर्डर पर दिल्ली पुलिस ने सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर नाकेबंदी कर रखी थी। सोमवार की सुबह से ही दिल्ली की सीमा में प्रविष्ठ होने से पहले ही प्रत्येक वाहन की गहन जांच की जा रही थी। पुलिस को आशंका थी कि किसान वाहनों के सवार होकर दिल्ली में दाखिल होने के बाद व्यवस्था को प्रभावित कर सकते हैं। बाॅर्डर पर बैरिकेडिंग के कारण दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे और सर्विस लेन मिलाकर 16 लेन में फर्राटे भरने वाले वाहन बैरिकेडिंग करके एक ही लेन से निकाले जाने के कारण एक ही स्थान पर वाहनों का दबाव बढ़ गया। बाॅर्डर से शुरू हुआ ट्रैफिक जाम का सिलसिला शंकर चैक व उद्योग विहार तक पहुंच गया। एक्सप्रेस-वे पर दौड़ने वाले हजारों वाहन भारी जाम में फंस गए। लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जबकि गुरुग्राम की सीमा में प्रवेश करने वाले वाहनों पर किसी तरह की पाबंदी नहीं होने के कारण इस ओर वाहन सामान्य दिनों की तरह फर्राटे भरते नजर आए। इसी तरह, कापसहेड़ा बाॅर्डर व एमजी रोड स्थित आया नगर बाॅर्डर के साथ-साथ केएमपी पर भी पुलिस की कड़ी निगरानी रही। वहीं, भारत बंद का असर गुरुग्राम की सामान्य दिनचर्या पर बेशक दिखाई नहीं दिया लेकिन दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे किसानों की बिना मौजूदगी के ही घंटों जाम रहा। इस दौरान किसान संगठनों का न तो कोई प्रतिनिधि इस एक्सप्रेस-वे पर पहुंचा और न ही किसी ने इसे जाम करने का प्रयास किया।
8 ट्रेनें रद्द, 12 चलीं 7 से ज्यादा घंटे की देरी से
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को किसानों द्वारा भारत बंद के दौरान रेल मार्ग को अवरूद्व कर दिया। इससे सोनीपत रेलवे स्टेशन पर कोच्चि-चंडीगढ़ एक्सप्रेस व एक मालगाड़ी घंटों खड़ी रही। रेलमार्ग अवरूद्व होने के कारण इसके अलावा 8 ट्रेनें रद्द करनी पड़ी और 12 टे्रन अपने निर्धारित समय से 7 घंटे से ज्यादा समय से देरी से चली। जिसकी वजह से सैकडों यात्री दिनभर सोनीपत रेलवे स्टेशन पर ही फंसे रहे।