गुरुग्राम, 10 मई (हप्र)
पुलिस कमिश्नर केके राव की प्रॉपर्टी पर सवाल उठाने वाले आरटीआई एक्टिविस्ट धरेंद्र धींगड़ा के पूरे परिवार के खिलाफ पुलिस ने 15 करोड़ रुपये के कथित घोटाले का मामला दर्ज किया है। इसके साथ ही हरेंद्र धींगड़ा, उनके दोनों बेटे प्रशांत व तरुण धींगड़ा को गिरफ्तार कर लिया गया है। तीनों को पुलिस मंगलवार को अदालत में पेश करेगी।
पुलिस की ओर से जारी बयान में बताया कि 16 अप्रैल को एक शिकायत प्राप्त हुई थी। इसमें शिकायतकर्ता ने हरेंद्र धींगड़ा, उनकी पत्नी पूनम धींगड़ा, बेटे प्रशांत धींगड़ा व तरुण धींगड़ा पर अपने डीएलएफ स्थित प्लाट पर एक कंपनी के नाम से 2003 में लोन लेकर बैंक को लोन का पैसा न लौटाकर उसी प्रॉपर्टी को दोबारा से ओबीसी बैंक में मोर्टगेज करके हरेंद्र धींगड़ा के बेटे प्रशांत धींगड़ा ने अपनी फर्म तरुण एक्सपोटर्स के नाम से करोड़ों का दोबारा से लोन ले लिया। पुलिस के अनुसार आरोपों की गंभीरता को मध्यनजर रखते हुए इसकी जांच एसीपी क्राइम-2 से करवाई गई। जांच में सामने आया कि हरिंद्र धींगड़ा व उनकी पत्नी पूनम धींगड़ा ने वर्ष 2001 मे प्रदीप कुमार से डीएलएफ स्थित उपरोक्त प्लाॅट खरीदा था। इसके बाद 2003 में पूनम धींगड़ा व उसके बेटे प्रशांत धींगड़ा ने अपनी कंपनी एलीगेंस फैबरिक्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से अलग-अलग प्रकार का लोन लिया और उसमें अपनी पर्सनल गारंटी रखी। आरोप है कि बाद में वर्ष 2007 को अपनी फर्म तरुण एक्सपोटर्स के नाम करीब 8 करोड रुपये का लोन ले लिया। किस्ते जमा नहीं करने के कारण यह लोन वर्ष 2008 में एनपीए हो गया। प बैंकों द्वारा उपरोक्त प्लाॅट को अटैच करने की कार्रवाई डीआरटी व हाईकोर्ट में विचाराधीन होने के बावजूद उपरोक्त सभी आरोपियों ने मिलकर फर्जीवाड़ा किया।