गुरुग्राम, 14 अप्रैल (हप्र)
डिप्टी सीएम दुष्यंत चैटाला ने कहा कि किसान आंदोलन अब उन 40 नेताओं के हाथों से निकल गया, जिन्होंने इसे शुरुआती दौर में नेतृत्व दिया था। अब यह आंदोलन उन लोगों के हाथों में आ गया जो प्रदेश और देश की व्यवस्था खराब करना चाहते हैं। ऐसे लोगों के साथ सरकार सख्ती से निपटेगी।
यहां एक कार्यक्रम में पहुंचे डिप्टी सीएम ने कहा कि जो लोग आढ़त की दुकान चलाते हैं वे किसान नेता बन गए और ये ही इस आंदोलन के प्राथमिक मास्टर माइंड थे। जनता अब उनको जान और समझ चुकी है। आंदोलन में शामिल लोगों की धीरे-धीरे हताशा साफ दिखाई दे रही है। अब ये लोगों की गाड़ियां तोड़ने और स्थानीयों के साथ अभद्र व्यवहार करने लगे हैं।’ उन्होंने कहा कि व्यवस्था खराब करने का प्रयास करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि धरने पर बैठे लोगों से वार्ता करने वाली टीम में किसी वरिष्ठ मंत्री को शामिल किया जाए, जिससे बात आगे बढ़ सके। साथ ही उन्होंने किसान नेताओं से भी गुजारिश की कि चर्चा बंद न करें। इस मौके पर उनके साथ जजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सूबे बोहरा, अनंतराम तंवर, दलबीर धनखड़, रविंद्र जैन व अभिनव बंसल मौजूद रहे।
लॉकडाउन जैसी स्थिति से निपटने को तैयार
रेवाड़ी (निस) : रेवाड़ी में दुष्यंत चौटाला ने कहा कि अभी हरियाणा में लॉकडाउन जैसी स्थिति नहीं है। पड़ोसी राज्यों को देखते हुए नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। नइससे पहले डा. भीमराव अंबेडकर चौक पर नवनिर्मित कांस्य प्रतिमा का दुष्यंत ने अनावरण किया। उनके साथ सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओम प्रकाश यादव, कोसली विधायक लक्ष्मण सिंह यादव, पूर्व सीपीएस अनिता यादव मौजूद रहे। उधर, दुष्यंत को काले झंडे दिखाने के लिए निकले किसान नेताओं को पुलिस ने पहले ही हिरासत में ले लिया।