गुरुग्राम, 18 सितंबर (हप्र)
गुरुग्राम के सेक्टर -9 ईएसआई अस्पताल में प्रतिदिन लगभग 800 से हजार लोग इलाज के लिए आते हैं लेकिन उन्हें भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में ओपीडी रजिस्ट्रेशन के दो ही काउंटर हैं जहां ओपीडी रजिस्ट्रेशन सुबह 8:30 बजे से 12:30 बजे तक होती है। केवल दो ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर होने के कारण लोग सुबह 5:00 बजे से लाइन में लग जाते हैं। अस्पताल के गेट के बाहर सुबह 8:00 बजे तक सैकड़ों लोग लाइन में लगकर टोकन का इंतजार करते हैं। आठ बजेे सिक्योरिटी गार्ड टोकन नंबर बांटना शुरू करते हैं।
इन सारी प्रक्रियाओं से गुजरने के बाद भी ओपीडी रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए कई घंटे लाइन में खड़ा होना पड़ रहा है। वहीं टेस्ट करवाने वाले मरीज तीन-तीन दिन तक चक्कर लगाते रहते हैं तब कहीं जाकर उनका नंबर आता है। टेस्ट ओपीडी में एक दिन में 80 से 85 टेस्ट करते हैं जबकि टेस्ट करने वाले लोग 150 तक आते हैं। 80 से 85 टेस्ट करने के बाद बाकी के लोगों को अगले दिन के लिए कह दिया जाता है। अगर कोई व्यक्ति 9:00 बजे टेस्ट करने के लिए आता है तो उसे अगले दिन सुबह 6:00 बजे आने के लिए कहकर वापस भेज दिया जाता है। इस तरह से टेस्ट करवाने के लिए भी मरीज कई दिन चक्कर काट रहे हैं।
मरीजों की सुनें…
कपासहेड़ा निवासी मुकुंद ने बताया कि वह तीन दिन से अपने बच्चों का टेस्ट करवाने के लिए चक्कर काट रहा है। कहते हैं कि सुबह 6:00 बजे लाइन में लगकर टोकन लो लेकिन दूरी के कारण सुबह 6:00 बजे वह अस्पताल पहुंच नहीं पाते।
सूरत नगर निवासी रमेश ने बताया कि वह सुबह 7:00 बजे से अस्पताल में आया हुआ हूं लेकिन अभी तक रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है। ऐसा ही हाल अन्य मरीजों का है।
क्या कहते हैं चिकित्सा अधिकारी
सेक्टर 9 ईएसआई अस्पताल की चिकित्सा अधिकारी अनीता मीढ़ा ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को सुबह 5 या 6:00 बजे आने के लिए नहीं कहा जाता। लोग अपनी मर्जी से आते हैं। पहले 30 टोकन नंबर खाली पेट टेस्ट करवाने वालों के लिए होते हैं। उसके बाद 30 टोकन नंबर इमरजेंसी के लिए होते हैं। किसी भी व्यक्ति की इमरजेंसी में टेस्ट करने के लिए 30 टोकन नंबर रखे जाते हैं। इसलिये समय लग जाता है।
-अनीता मीढ़ा, चिकित्सा अधिकारी