गुरुग्राम (हप्र): मानेसर स्थित बाबा न्यारम दास गौशाला का वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस आयोजन में आईएमटी इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के सदस्यों ने 11 लाख रुपये का चंदा दिया। उद्योगपतियों ने आईएमटी के आसपास बसे गांवों के विकास में सहयोग का संकल्प दोहराते हुए समाज हित के कार्यों के लिए हमेशा तत्पर रहने का वादा किया। आईएमटी इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष पवन यादव के नेतृत्व में केएन पांडे, कुलदीप सिंह राठी, एनके मिंडा, जयप्रकाश यादव, अनिल जैन अरावली हिल्स पर बाबा न्यारम दास मंदिर द्वारा संचालित की जा रही गऊशाला पहुंचे। इन्होंने गौशाला प्रबंधन कमेटी को 11 लाख रुपये भेंट किए। इस मौके पर पवन यादव ने कहा कि आईएमटी इंडस्ट्रियल एसोसिएशन का हमेशा प्रयास रहा है कि स्थानीय काबिल बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिया जाए। इससे आसपास के गांवों में सुख समृद्धि बढ़ेगी। गौशाला प्रबंधन कमेटी ने उद्यमियों का पगड़ी बांधकर सम्मान किया गया। इस अवसरपर सतीश चंद, दीपक दुग्गल, देवेंद्र यादव रामपुरा, प्रवीण शर्मा, मुनेश त्यागी, शशि शर्मा समेत काफी लोग मौजूद रहे।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।