गुरुग्राम, 26 जून (निस)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम को सुनने के लिए पहुंचे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि सभी को मन की बात कार्यक्रम बूथ पर सामूहिक रूप से सुनना चाहिए, इससे बूथ का सुदृढ़ीकरण होगा। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम ड्राइंगरूम में अकेले बैठकर सुनने का नहीं है, बल्कि सामूहिक रूप से बूथ पर बैठकर सुनने का है।
नड्डा ने कहा कि मन की बात कार्यक्रम कार्य को एक्टिविटी में बदलने की प्रेरणा देता है, इस कार्यक्रम में उठाए गए सामाजिक विषयों पर चर्चा करने के साथ-साथ इन्हें अपने जीवन में भी उतारना चाहिए।
इस मौके पर केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत, बनवारी लाल, सुनीता दुग्गल, सुधीर सिंगला, कुलदीप यादव, गार्गी कक्कड़, सूरजपाल अम्मू, अरविंद सैनी समेत काफी लोग मौजूद रहे।
नड्डा ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा 25 जून 1975 को लगाए गए आपातकाल को देश के लोकतांत्रिक इतिहास में एक काला अध्याय बताया।
नड्डा ने कहा कि भारत के जन-जन की मूल विचारधारा लोकतंत्र ही रही है, जिसने आखिरकार आपातकाल की तानाशाही को उखाड़ फेंका। उन्होंने आपातकाल की घटना को साझा करते हुए कहा कि उन्हें काॅलेज की क्लास से अरेस्ट किया गया था।
आपातकाल का विरोध करने वाले हजारों लोगों को जेल में लंबे समय तक बंदी बनाकर रखा गया था। नड्डा ने कहा कि अगर हम उजाला चाहते हैं, तो हमें अंधेरों को भी याद रखना होगा।