गुरुग्राम, 19 मई (हप्र/निस)
कार निर्माता मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने साफ कर दिया है कि कंपनी हरियाणा से बाहर नहीं जाएगी। इसका जन्म हरियाणा में हुआ और परवरिश भी यहीं हो रही है। यहां बृहस्पतिवार को आयोजित कार्यक्रम में मारुति सुजुकी प्रबंधन ने एचएसआईआईडीसी के माध्यम से सरकार को 2400 करोड़ रुपये जमीन के भुगतान के रूप में हस्तांतरित कर दिए। यह पैसा सरकार को खरखौदा में कंपनी को 900 एकड़ जमीन उपलब्ध करवाने के बदले दिया गया है।
कार्यक्रम में मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (800 एकड़) और सुजुकी टू व्हीलर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (100 एकड़) को आईएमटी खरखौदा में नया प्लांट लगाने के लिए भूमि आवंटन का एमओयू साइन किया गया। इस दौरान सीएम मनोहर लाल खट्टर ने पत्रकारों से कहा, ‘हरियाणा मारुति से अलग नहीं है।’ आज विश्वभर के निवेशकों के लिए हरियाणा सबसे फ्रेंडली डेस्टिनेशन बन गया है।
कंपनी के चेयरमैन आरसी भार्गव ने भी सीएम का समर्थन करते हुए वादा किया, ‘मारुति हरियाणा में थी, हरियाणा में है और हरियाणा में ही रहेगी। हरियाणा की औद्योगिक नीतियों व निवेश मित्रवत परिवेश के चलते कंपनी ने हरियाणा के ही खरखौदा में ही दूसरा प्लांट लगाने के लिए भूमि का चयन किया है।’ एक सवाल के जवाब में सीएम ने कहा कि सोनीपत के खरखौदा में 3200 एकड़ में विकसित की जा रही आईएमटी में मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड और सुजुकी टू व्हीलर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को 900 एकड़ जमीन देने के साथ ही छोटी औद्योगिक इकाइयों को भी 1000 प्लॉट दिए जा चुके हैं।
सरकार ने प्लाॅट धारकों को बड़ी राहत देते हुए एन्हेंसमेंट पॉलिसी में बदलाव कर शुल्क की सीमा निर्धारित कर दी। नए प्लांट में 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक का निवेश होगा तथा 13 हजार से ज्यादा लोगों को सीधे रोजगार भी मिलेगा।
इसके अलावा, एक लाख लोगों का कौशल विकास करते हुए उन्हें विदेश में रोजगार के लायक बनाने की रूपरेखा तैयार की जा रही है ताकि एनआरआई की संख्या बढ़े और लोग खुद को अपग्रेड करके वहां रोजगार प्राप्त कर सकें। उन्होंने बेरोजगारी को लेकर पेश किए जा रहे आंकड़ों को मनगढ़ंत बताते हुए कहा एक एजेंसी अपनी एक साल पुरानी रिपोर्ट में बेरोजगारी का आंकड़ा 10 से 14 प्रतिशत के बीच दिखाती है लेकिन अगले वर्ष यह आंकड़ा 32 से 34 प्रतिशत तक पहुंच जाता है, जोकि किसी भी रूप में वास्तविकता के नजदीक नहीं है। इससे पहले, डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हरियाणा और मारुति का रिश्ता बहुत पुराना है। भविष्य में मारुति हरियाणा में और विकसित होगी। जब गुरुग्राम में पहली बार मारुति ने प्लॉट लगाया तो यह ग्रामीण क्षेत्र था लेकिन इसके बाद तरक्की हुई और आज गुरुग्राम इंडस्टि्रयल हब है।
इस मौके पर मारुति सुजुकी के कार्यकारी वाइस-चेयरमैन केनिची आयुकावा, मारुति सुजुकी इंडिया के प्रबंध निदेशक हिसाशी ताकेयूची और सुजुकी मोटरसाइकिल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक यशुहीदे कामो, सांसद सुनीता दुग्गल, विधायक सुधीर सिंगला, सत्यप्रकाश जरावता समेत काफी लोग मौजूद रहे।
काॅर्पोरेट दफ्तर भी हरियाणा में शिफ्ट करने का प्रस्ताव
सीएम ने मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन आरसी भार्गव को प्रस्ताव दिया कि कंपनी का काॅर्पोरेट ऑफिस दिल्ली से हरियाणा मंे शिफ्ट कर लें। उन्होंने कहा कि जो भी सहायता चाहिए, पॉलिसी में जो भी बदलाव चाहिए, हम सब करने को तैयार हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपकी डिमांड और सुझाव के हिसाब से हम आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि खरखौदा नया विकसित होता हुआ क्षेत्र है। यह एयरपोर्ट से 65 किलोमीटर दूर, रेलवे स्टेशन और एनएच से सिर्फ 18 किमी दूर है तथा केएमपी से भी इसका लिंक है।
पलायन का दावा करने वाले सुरजेवाला अब जवाब दें : भाजपा
चंडीगढ़ (ट्रिन्यू) : प्रदेश भाजपा ने कहा कि प्रदेश सरकार और मारुति के बीच एमओयू साइन होने से कांग्रेस के उन नेताओं की बोलती बंद हो गई है, जो मारुति के पलायन करने की अफवाह उड़ाकर प्रदेश का आर्थिक नुकसान करने में लगे हुए थे। पार्टी प्रवक्ता सुदेश कटारिया ने कहा कि गुरुग्राम के बाद अब खरखौदा में मारुति की मदर यूनिट लगने से जहां 13 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा, वहीं राज्य में नये औद्योगिक निवेश के रास्ते खुलेंगे। कटारिया ने कहा कि कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कई बार ऐसी अफवाह उड़ाई कि मारुति हरियाणा से बाहर जाने वाली है। ऐसी अफवाहें सुनकर खुद मारुति प्रबंधन असमंजस में रहा। बार-बार कांग्रेस ने झूठी अफवाहें फैलाकर औद्योगिक निवेश को हरियाणा में आने से रोका, लेकिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रयास से भाजपा-जजपा गठबंधन की सरकार ने प्रदेश में कांग्रेस को एक बार फिर झूठ की राजनीति करने वाला दल साबित कर दिया है। खरखौदा में अब 800 एकड़ और 100 एकड़ भूमि पर मारुति के नए प्लांट स्थापित किये जा रहे हैं, जिनका एमओयू हो चुका है। सुदेश कटारिया ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काई लाइट हॉस्पिटेलिटी का लाइसेंस रद्द होने के संबंध में कहा कि भाजपा सरकार किसी भी अनियमितता को बर्दाश्त नहीं कर सकती। विस्तृत जांच पड़ताल के बाद तथ्यों के आधार पर शहरी आयोजना विभाग को जो ठीक लगा, वह अमल में लाया गया है।