नवीन पांचाल/हप्र
गुरुग्राम, 3 अगस्त
सरकार के आदेशों के खिलाफ गलत तरीके से जमीन की रजिस्ट्री करने के 7 आरोपी राजस्व अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। एफआईआर डिस्ट्रिक टाउन एंड कंट्री प्लानर की शिकायत के आधार पर दर्ज की गई हैं। इनमें आरोपी बनाए गए तहसीलदार व नायब तहसीलदारों पर शहरी विकास एक्ट का उलंघन व धोखाधड़ी करने का भी आरोपी लगाया गया है। पुलिस ने सभी मामलों की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के एक वरिष्ठ सूत्र का कहना है, ‘रजिस्ट्री कलर्क से लेकर ऑडिटर तक सभी नपेंगे।’ यह भी बताया जा रहा है कि आरोपियों के खिलाफ किसी भी प्रकार की नरमी नहीं बरतने के निर्देश उपर से मिले हैं। इसीलिए जांच में भी सख्ती बरती जाएगी। राजस्व विभाग के वितायुक्त विजय वर्धन सिंह के 31 जुलाई के आदेश के दो दिन बाद 2 अगस्त की देर रात आखिरकार पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ अलग-अलग थानों में एफआईआर दर्ज कर ली है। ये एफआईआर हरियाणा डेवलपमेंट एंड रेगुलेशन आॅफ अर्बन एरियाज एक्ट 1975 के सेक्शन 10 के उलंघन व आईपीस की धारा 420 के तहत दर्ज की गई हैं।
जिन राजस्व अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है उनकी सिफारिश में बड़े लोग सामने आने लगे हैं। राजस्व विभाग के उच्चाधिकारियों की मानें तो, ‘आरोपियों ने कार्रवाई से बचने के लिए प्रभावी लोगों से पैरवी करवाना शुरू कर दिया है, लेकिन एफआईआर के साथ ही यह मामला अब पुलिस के हाथों में चला गया है। पुलिस फिलहाल अधिकारिक तौर पर इसमें कुछ भी कहने से बच रही है, लेकिन दावा किया जा रहा है कि शुरुआती जांच में 2 दर्जन से अधिक कर्मचारी सीधे तौर पर कार्रवाई की जद में आएंगे।
इन पर हैं आरोप
डीटीपी आरएस बाठ की शिकायत पर दर्ज की गई इन एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि सोहना के तहसीलदार बंसीलाल, नायब तहसीलदर दलबीर सिंह दुग्गल, मानेसर के नायब तहसीलदार जगदीश बिश्नोई, बादशाहपुर के नायब तहसीलदार हरिकिशन, वजीराबाद के नायब तहसीलदार जयप्रकाश, गुरुग्राम तहसील के नायब तहसीलदार देशराज कंबोज व कादीपुर के नायत तहसीलदार ओमप्रकाश (अब रिटायर्ड) ने धोखाधड़ी करते हुए एचडीआरएए एक्ट के खिलाफ जमीन की रजिस्ट्री अवैध तरीके से की है।