Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

स्वतंत्रता सेनानी की बुजुर्ग बेटी को घर से निकाल सामान बाहर फेंका

भीषण ठंड में खुले आसमान के नीचे रात बिताने को मजबूर

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
रेवाड़ी की ठठेरा कॉलोनी में दुखड़ा सुनाती पीड़ित महिला। -हप्र\
Advertisement

रेवाड़ी, 24 दिसंबर (हप्र) एक किरायेदार महिला का सामान बाहर फेंककर मकान मालिक द्वारा घर को ताला लगा देने का मामला यहां सुर्खियों में बना हुआ है। स्वतंत्रता सेनानी की यह 75 वर्षीय बेटी भीषण ठंड में जहां खुले आसमान के नीचे अपने सामान की रखवाली कर रही है, वहीं मंदिर व आसपास रात बिताने का मजबूर है। पुलिस ने भी उसकी कोई सुनवाई नहीं की। रोती-बिलखती महिला कहती है कि वह जाये तो कहां जाए। यह मामला नगर के पटौदी रोड स्थित ठठेरा कॉलोनी का है। बुजुर्ग महिला मधुबाला इस कॉलोनी में किराये के मकान में रह रही थी। एक सप्ताह पूर्व मकान मालिक ने उसके घर का सारा सामान बाहर फेंककर घर को ताला लगा दिया। इस भीषण सर्दी में मधुबाला पुलिस थाने पहुंची तो उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। अपना दर्द बयां करते हुए मधुबाला ने कहा कि उसके पिता स्वतंत्रता सेनानी थे। उसके पति की मृत्यु हो चुकी है। वह ठठेरा कॉलोनी के जिस किराये के मकान में रह रही थी, उसकी खरीद का एग्रीमेंट मकान मालिक से किया हुआ है। यह मामला कोर्ट में भी विचाराधीन है लेकिन मकान मालिक ने एक सप्ताह पूर्व उसे कुछ कारण बताये बिना घर का सारा सामान बाहर फेंक दिया और अपना ताला लगा दिया। उसने मकान मालिक के खिलाफ संबंधित सदर थाने में शिकायत दी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई तो उसने जिला पुलिस अधीक्षक गौरव राजपुरोहित से मिलकर न्याय की गुहार लगाई। एसपी ने इसका संज्ञान लेते हुए मकान मालिक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिये। इसके बावजूद जांचकर्ता अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। रोते हुए मधुबाला ने कहा कि ऐसे हालात में उसका सामान चोरी होने का खतरा है, वहीं वह रात मंदिर व आसपास गुजारने को मजबूर है। इस बारे में जब सदर थाना के जांचकर्ता अधिकारी प्रदीप कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वृद्ध महिला मधुबाला के पास कोर्ट के कोई आदेश नहीं हैं। ऐसी भीषण ठंड में एक बुजुर्ग महिला को घर से बाहर निकालकर सामान फेंक देने की अमानवीय घटना के सवाल पर वह चुपी साध गए।

Advertisement
Advertisement
×