गुरुग्राम, 15 जनवरी (हप्र)
शहर के रिठौज रोड पर शनिवार को बड़े ही नाटकीय अंदाज़ में डीटीपी ई ने अवैध निर्माण तोड़ा। दरअसल लोगों के कड़े विरोध के बीच पहले शनिवार को रिठौज रोड पर तोड़फोड़ करने गए डीटीपी ई दस्ते के अधिकारी जेसीबी समेत भाग खड़े हुए। लेकिन कुछ ही घंटे बाद डीटीपी ई दस्ता और अधिक जेसीबी तथा पुलिसबल के साथ पहुंचा और अवैध निर्माणों को जमींदोज कर दिया। इतना ही नहीं विरोध करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने की तैयारी भी की जा रही है। इधर ग्रामीण चुप नहीं है, उन्होंने इस कार्रवाई के विरोध में ग्रामीणों ने डीटीपी ई के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान किया है।
पूरा मामला
डीटीपी ई दस्ता शनिवार को रिठौज रोड पर विकसित देव नगर के निर्माणों को तोड़ने पहुंचा था। कार्रवाई शुरू करने से पहले दस्ते के साथ आए अधिकारियों ने लोगों को अपना सामान निकालने का समय देते हुए टीनशेड आदि को जेसीबी से तोड़ना शुरू कर दिया। काॅलोनी में तोड़फोड़ की सूचना मिलते ही भारी संख्या में लोग जेसीबी के सामने खड़े हो गए। थोड़ी देर में विवाद बढ़ा तो डीटीपी ई आरएस बाठ अपनी टीम को लेकर मौके से निकल गए। लेकिन करीब डेढ़ घंटे बाद वे पुनः भारी पुलिसबल तथा तीन जेसीबी मशीनों के साथ वापस लौटे और तोड़फोड़ की कार्रवाई करनी शुरू कर दी। दस्ते ने यहां प्रोपर्टी डीलर्स के ऑफिस, बिल्डिंग मैटेरियल की दुकानें तथा दूसरे निर्माण गिरा दिए।
विरोध कर रहे लोगों ने आरोप लगाया कि एक बिल्डर की शह पर तोड़फोड़ की गई है। आरोप है कि अदालत के स्टे के बावजूद दस्ते ने बिना किसी सूचना या नोटिस के अचानक उनके एक भवन में आग लगा दी। रिठौज गांव के लोगों का आरोप है कि नए निर्माणों को रोकने की बजाय डीटीपी ई दस्ता पुराने निर्माणों को निशाना बना रहा है।
बड़ी संख्या में एकत्रित लोगों ने दस्ते को निशाना बनाने का प्रयास किया। इस कारण हमें मौके से भागना पड़ा। विरोध करने वालों ने तोड़फोड़ की कार्रवाई से बचने के लिए अपने प्रतिष्ठान में खुद आग लगाई थी। हम तोड़फोड़ करने गए थे, आग लगाने नहीं।
-आरएस बाठ, डीटीपी ई