विवेक बंसल/निस
गुरुग्राम, 24 जून
हरियाणा गौ सेवा आयोग का प्रयास रहेगा कि कोई भी गौ माता लावारिस न रहे और उसे गंदगी व प्लास्टिक न खाना पड़े। ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि गौवंश को आसपास की गौशाला तुरंत अपने यहां मंगवा ले ताकि उनकी संभाल हो सके। हरियाणा गौ सेवा आयोग के नवनियुक्त वाइस चेयरमैन पूर्णमल यादव ने यह बात कही। आयोग के गठन के बाद पहली बार एक वाइस चेयरमैन की नियुक्ति की गई है। चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग पहले से ही कार्य कर रहे हैं। अब आयोग में सदस्यों की संख्या 13 हो गई है और उनका कार्यकाल 3 वर्ष है।
पूर्णमल यादव पिछली बार भी आयोग के सदस्य के रूप में कार्य कर चुके हैं और फिलहाल वे गुरुग्राम नगर निगम द्वारा संचालित गौशाला के प्रधान भी हैं। गौशाला प्रबंधन और गौवंश की सेवा का लंबा अनुभव रखने वाले पूर्णमल यादव का कहना है कि गौ सेवा आयोग लोगों में जागृति पैदा करने का काम कर रहा है । गौवंश को गौशाला में रखने की बजाय लोगों को उसे पालने और संरक्षण देने के लिए जागरूकता मुहिम चलाई जा रही है। उन्होंने बताया कि स्वामी भक्ति स्वरूपानंद के आशीर्वाद से गुरुग्राम में हर घर से एक रोटी लेने का काम शुरू हुआ था। अब इस व्यवस्था को पूरे हरियाणा में लागू किया गया है। प्रत्येक हिंदू परिवार में पहली रोटी गौ माता के लिए निकाली जाती थी। बदले हालात में यह परंपरा लोग भूल गए हैं, लेकिन हमारी पहल पर अब फिर से रोटी निकाली जा रही है।
पूर्णमल यादव ने बताया कि इस व्यवस्था से आसपास की गौशालाओं में भी भोजन की व्यवस्था हो रही है। हरियाणा सरकार ने गौ सेवा आयोग का बजट 30 करोड़ से 50 करोड़ तक बढ़ा दिया है। गौशालाओं में गोबर के प्रयोग से बायोगैस प्लांट लगाने पर काम हो रहा है, इससे जहां कुकिंग गैस बन रही है वहीं जैविक खाद भी तैयार की जाती है। वहीं गोबर से उपले और कंडे भी बनाए जा रहे हैं। इनका प्रयोग श्मशान घाट में हो रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों को जो लावारिस गाय घूमती दिखाई देती हैं, उनमें ज्यादातर पशुपालकों की गायें हैं, जिन्हें दूध निकालने के बाद चारे के लिए छोड़ दिया जाता है और शाम को पकड़ लिया जाता है। गुरुग्राम में नगर निगम द्वारा ऐसी गायों को पकड़ने का काम किया जा रहा है और जो मालिक लेने आता है उस पर भारी जुर्माना किया जाता है।