ऑनलाइन ठगी से बचने को डीजीपी ने लॉन्च किया पीवीआर मॉडल
ऑनलाइन ठगी और ठगों से बचने के लिए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह ने पीवीआर फार्मूला लॉन्च किया। रविवार देर शाम गुरुग्राम के टाउन हॉल में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने लोगों को स्कैमर्स यानी ठगों, घोटालेबाजों से सावधान रहने के...
ऑनलाइन ठगी और ठगों से बचने के लिए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह ने पीवीआर फार्मूला लॉन्च किया। रविवार देर शाम गुरुग्राम के टाउन हॉल में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने लोगों को स्कैमर्स यानी ठगों, घोटालेबाजों से सावधान रहने के लिए जागरुक किया। साइबर सिक्योरिटी पर आयोजित महत्वपूर्ण कार्यक्रम में पहुंचे डीजीपी ओपी सिंह ने एक नया और बेहद सरल नागरिक सुरक्षा फॉर्मूला पीवीआर के रूप में पेश किया। पीवीआर... पी-मतलब पोज (रुकिये), वी मतलब-वेरिफाई (जांचिये) और आर-मतलब रिपोर्ट (1930 नंबर पर सूचित करें)। अगर हम इन तीनों को याद रखते हैं तो काफी हद तक ऑनलाइन ठगी से बच सकते हैं। पीवीआर शब्द सिनेमा के रूप में हर किसी को याद रहता है। इसलिए डीजीपी ने इसी शब्द को साइबर ठगी से बचने का एक हथियार ही बना दिया।
उन्होंने कहा कि पोज, वेरिफाई, रिपोर्ट का मॉडल ऑनलाइन फ्रॉड और डिजिटल स्कैम से बचने के लिए तुरंत अपनाया जा सकने वाला तीन-स्टेप का हथियार है। डीजीपी ने कहा कि आज के स्कैमर्स तकनीक से ज्यादा मानव भावनाओं को हैक करते हैं। हर धोखाधड़ी अक्सर छह ट्रिगर्स पर खेलती है। जो कि-डर, जल्दबाजी, भरोसा, जिज्ञासा, लालच और लापरवाही हैं। पीवीआर मॉडल स्कैम रोकने का नया मंत्र है।

