गुरुग्राम, 9 अप्रैल (हप्र)
गुरुग्राम व फरीदाबाद से मिलने वाले राजस्व में अब चंडीगढ़ का हस्तक्षेप नहीं रहेगा। सरकार ने फैसला लिया है कि दोनों शहरों से मिलने वाले राजस्व को सीधे यहीं हस्तांतरित किया जाएगा। पहली किस्त के तौर पर सीएम मनोहर लाल खट्टर ने जीएमडीए को 150 करोड़ रुपये देने का भी ऐलान किया। केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत लंबे समय से मांग करते आ रहे हैं कि दोनों शहरों से मिलने वाले राजस्व का पैसा यहीं के विकास में खर्च किया जाए। गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) की शुक्रवार को बैठक में इस संबंध में फैसला लिया गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुये सीएम मनोहर लाल खट्टर ने बताया कि जमीन रजिस्ट्रेशन शुल्क में से स्थानीय निकायों को मिलने वाली दो प्रतिशत राशि जो चंडीगढ़ के मार्फत गुरुग्राम व फरीदाबाद को मिलती थी अब वह दोनों शहरों को सीधे मिलेगी।’ इस राशि में से अब नगर निगम गुरुग्राम, मानेसर व फरीदाबाद की हिस्सेदारी कम हो जाएगी।