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भारतीय संस्कृति को विश्व में फैला रही ब्रह्माकुमारीज : भूपेंद्र यादव

गुरुग्राम, 23 जून (हप्र) केंद्रीय पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज संस्था विश्व में भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों को फैलाने का सराहनीय काम कर रही है। ब्रह्माकुमारी बहनें विश्व के हर कोने में प्रेम-शांति-सद्भावना की...

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गुरुग्राम के बोहड़ाकला में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव वैश्विक प्रेम-शांति सद्भावना अभियान की शुरुआत करते हुए। -हप्र
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गुरुग्राम, 23 जून (हप्र)

केंद्रीय पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज संस्था विश्व में भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों को फैलाने का सराहनीय काम कर रही है। ब्रह्माकुमारी बहनें विश्व के हर कोने में प्रेम-शांति-सद्भावना की प्रेरणा दे रही हैं। उन्होंने रविवार को बोहड़ाकलां स्थित ओम शांति रिट्रीट सेंटर में राज्य स्तरीय वैश्विक प्रेम-शांति-सद्भावना अभियान की शुभारंभ करते हुए यह बात कही।

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उन्होंने कहा कि शांति वास्तव में मन को दुखों से निवृत्त करने का नाम है। शांति अंदर से आती है, बाहर से नहीं। नैतिक मूल्यों के अनुपालन से ही सच्ची शांति आती है। परनिंदा, हिंसा, लोभ एवं स्वार्थ के त्याग से ही शांति की अनुभूति होती है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रेम-शांति-सद्भावना के भावों को कला एवं संस्कृति के माध्यम से सहजता से जगाया जा सकता है। ब्रह्माकुमारीज संस्था ये कार्य बखूबी कर रही है।

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निफा के अध्यक्ष प्रीतपाल सिंह पन्नू ने कहा कि शांति की शुरुआत मन से होती है। उन्होंने कहा कि शांति का अनुभव करने के लिए अहंकार और व्यर्थ की इच्छाओं को समाप्त करने की जरूरत है।

संस्था के कला एवं संस्कृति प्रभाग की अध्यक्ष राजयोगिनी बीके चंद्रिका दीदी ने कहा कि अभियान की शुरुआत अलग-अलग राज्य स्तर पर हो रही है। इसका प्रमुख उद्देश्य मानव को उसकी मूल संस्कृति प्रेम, शांति और सद्भावना का अहसास कराना है। 18 फरवरी को सबसे पहले गुजरात से राज्यपाल आचार्य देवव्रत द्वारा अभियान की शुरुआत की गई थी।

ओआरसी की निदेशिका राजयोगिनी आशा दीदी ने कहा कि प्रेम प्रकृति, आत्मा और परमात्मा की वो भाषा है, जो इनके बीच में बेहतर सामंजस्य स्थापित करती है। कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारीज द्वारा एक गीत की भी लॉन्चिंग की गई। जिसे बीके चांद बजाज ने गाया।

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