Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

सेना का मनाेबल तोड़ने का प्रयास कर रहे भाजपा नेता : दीपेंद्र हुड्डा

सोनीपत, 16 मई (हप्र) सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार के उप-मुख्यमंत्री का शर्मनाक बयान हमारे सशस्त्र बलों के लिए बेहद अपमानजनक है। हिंदुस्तान की सेना को किसी व्यक्ति विशेष के आगे नतमस्तक करके भाजपा...
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
सोनीपत के गांव नाहरी में शुक्रवार को ग्रामीणों से रूबरू होते सांसद दीपेंद्र हुड्डा। साथ हैं सांसद सतपाल ब्रह्मचारी। -हप्र
Advertisement

सोनीपत, 16 मई (हप्र)

सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार के उप-मुख्यमंत्री का शर्मनाक बयान हमारे सशस्त्र बलों के लिए बेहद अपमानजनक है। हिंदुस्तान की सेना को किसी व्यक्ति विशेष के आगे नतमस्तक करके भाजपा के नेता क्या सेना का मनोबल नहीं तोड़ रहे हैं। ये किसी राजनीतिक दल या विचारधारा की सेना नहीं, बल्कि भारत देश की सेना है। हमारे देश की सेना पर हम सभी को गर्व है। दीपेंद्र हुड्डा शुक्रवार को जिले में कई सामाजिक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे। पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पिछले दिनों भाजपा के एक मंत्री ने सेना की एक महिला अधिकारी के खिलाफ अशोभनीय बात कही जो दुर्भाग्यपूर्ण है। भाजपा को कोर्ट के आदेश का इंतजार किए बिना ही उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि भाजपा ने अगर अपने मंत्री के घटिया बयान पर एक्शन लिया होता तो उप-मुख्यमंत्री की ऐसी हिम्मत न होती। उन्होंने कहा कि जब भी देश पर कोई संकट आता है तो सारा राष्ट्र एकजुट होकर उसका मुकाबला करता है। ऑपेरशन सिंदूर में विपक्ष के साथ-साथ 140 करोड़ भारतवासियों ने सरकार का साथ दिया और अपने सशस्त्र बलों, तिरंगे के साथ एकजुट होकर खड़ा रहा। ऐसे में सत्तारूढ़ दल को पहल करनी चाहिए कि इंडिया गेट से संसद भवन तक सभी दलों के सांसदों की तिरंगा यात्रा निकाली जाए और संसद के विशेष अधिवेशन में इसका समापन हो। संसद के माध्यम से संदेश जाए कि आतंकवाद के विरुद्ध जाति, धर्म व दलगत राजनीति से ऊपर उठकर संपूर्ण भारत एकजुट है। सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने मांग की कि सरकार सर्वदलीय बैठक बुलाए जिसमें प्रधानमंत्री भी मौजूद रहें और संसद का विशेष सत्र बुलाकर दलगत राजनीति से अलग हटकर एकजुटता के साथ अपने सशस्त्र बलों का धन्यवाद किया जाए।

Advertisement

Advertisement
×