विवेक बंसल/निस
गुरुग्राम, 26 जून
हरियाणा कांग्रेस की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने रविवार को यहां कहा कि देश में हालात बिगड़े हुए हैं। यह सबके सामने है कि भाजपा सिर्फ अपने राजनीतिक फायदे के लिए लोकतंत्र का गला घोटने में जुटी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ईडी या सीबीआई से डरेगी नहीं। कुमारी सैलजा को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की सदस्य बनाए जाने के बाद उनके सम्मान में कांग्रेस पदाधिकारियों ने सम्मान समारोह का आयोजन किया। इस दौरान अपने संबोधन में कुमारी सैलजा ने यह बात कही। इस अवसर पर समाजसेवी अन्ना हजारे की टीम के कई सदस्यों ने कांग्रेस के साथ मिलकर भाजपा के खिलाफ लड़ाई लड़ने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से पूर्व मंत्री धर्मबीर गाबा, वरिष्ठ कांग्रेसी प्रदीप जैलदार और पंकज डावर, राव कमल वीर, बलवान दौलतपुरिया, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता समसुद्दीन, अन्ना हजारे टीम से पीएल कटारिया, कुलदीप कटारिया, सतबीर पहलवान, हिम्मत यादव व अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। कुमारी सैलजा ने कहा कि आजकल देखने को मिल रहा है कि जो भाजपा में शामिल हो जाए वह समझ लो तुरंत गंगा नहा कर आ गया है, लेकिन जो भाजपा की नीतियों का विरोध करे, उसे अपराधी समझ लिया जाता है। भाजपा उसके पीछे ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसी लगाकर डराने धमकाने में जुट जाती है।
कुमारी सैलजा ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष्ा सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ आजकल जिस तरह का रवैया भाजपा के शीर्ष नेताओं के इशारे पर ईडी और सीबीआई कर रही हैं, उसे जनता देख रही है। कुमारी सैलजा ने कहा कि पूरे देश का युवा बेरोजगारी से कराह रहा है, आम जनता महंगाई से बेहाल है और भाजपा की केंद्र सरकार है कि युवाओं के साथ भद्दा मजाक करने में जुटी है। भाजपा पहले वन रैंक वन पेंशन की बात करती थी, लेकिन अब भाजपा नो रैंक नो पेंशन की बात कर रही है, पेंशन तो छोड़ो, नौकरी भी 4 साल की। सरकार के इस रवैये पर देश का युवा आखिर गुस्सा क्यों न हो। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग तब तक रोड पर आने को, अपनी बात देश की हर जनता तक पहुंचाने के लिए मजबूर होता रहेगा, जब तक इस तरह की सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करती रहेगी। उन्होंने कहा कि सोमवार को कांग्रेस कार्यकर्ता सत्याग्रह करके जनता की आवाज बुलंद करेंगे।
इस मौके पर निर्मल यादव, मंजू टोंगर, भीम सिंह राठी, हरपाल तवर, अशोक टांक, कृष्ण सैनी, भारत मदान, भारत टोंगर, अमित कोचर, भारत मदान, मोहन सिंह, ओमप्रकाश डाबला, रतन सिंह दहिया, सूबे सिंह यादव, धर्मेंद्र मिश्रा, रविराज उजिनीवाल, नंदलाल सेठी, कृष्ण बाल्मीकि, विशन दास चुटानी, खेमचंद डाबला व अन्य मौजूद रहे।