भिवानी में गंदगी से अटा जलघर का वाटर टैंक, शहरवासी हो रहे बीमार
जनस्वास्थ्य विभाग की लापरवाही भिवानी शहर में जनस्वास्थ्य विभाग के महम रोड स्थित पुराने वाटर वक्र्स में टैंक गंदगी से भरे पड़े हैं और जनता गंदा पानी पीने को मजबूर है। शहरवासियों के अनुसार समस्या के समाधान को लेकर कई...
जनस्वास्थ्य विभाग की लापरवाही
भिवानी शहर में जनस्वास्थ्य विभाग के महम रोड स्थित पुराने वाटर वक्र्स में टैंक गंदगी से भरे पड़े हैं और जनता गंदा पानी पीने को मजबूर है। शहरवासियों के अनुसार समस्या के समाधान को लेकर कई बार जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को अवगत करवाया जा चुका है, मगर हर बार आश्वासन के सिवाय कुछ हासिल नहीं हुआ।
इस जलघर से शहर की एक तिहाई आबादी को पानी उपलब्ध करवाया जाता है। यहां तक की शहर के उच्च अधिकारियों व बड़े नेताओं के घरों में भी इसी जलघर से पानी जाता है बावजूद इसके इसकी कोई सुध नहीं ले रहा।
टैंकों में पानी कम गंदगी ज्यादा नजर आ रही है। जलघर के पानी को शुद्ध करने के लिए वाटर फिल्टर भी बनाए गए हैं लेकिन घरों में गन्दा पानी पहुंच रहा है। जनस्वास्थय विभाग के रिकॉर्ड में टैंकों की हर साल सफाई करवाई जाती है। हकीकत में सभी टैंकों में आधे से अधिक गाद भरी है या फिर कीचड़ है।
साजाजिक कार्यकर्ता आजाद सिंह का कहना है कि विभागीय अधिकारियों को वॉटर टैंक में गंदगी को लेकर दर्जन बार समस्या से अवगत करवाया गया मगर समाधान कुछ नहीं हुआ। गन्दा पानी पीकर लोग बीमार पड़ रहे है।
नये टैंक के लिए हेड आॅफिस भेजा 234 करोड़ का एस्टीमेट : जेई
जनस्वास्थय विभाग के जेई ताजदीन ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि नए टैंक बनाने के लिए हेड ऑफिस में 235 करोड़ रुपये का एस्टीमेट दिया हुआ है, जो अभी पेडिंग है। वहां से पास होते ही जल्दी ही समस्या को दूर किया जायेगा।

