गुरुग्राम, 7 अगस्त (हप्र)
अपनी मांगों को लेकर आशा वर्कर्स ने दो दिवसीय धरने की शुरूआत की। धरने के पहले दिन आशाएं सरकार की वादाखिलाफी पर जमकर गरजीं व आरोप लगाया कि उनसे अन्य कर्मियों की अपेक्षा ज्यादा काम लिया जा रहा है लेकिन उनकी जायज मांगों की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा। इन्होंने रविवार को जेल भरो आंदोलन चलाने की धमकी भी दी है।
लघु सचिवालय पर धरने की अध्यक्षता मीरा देवी, मूर्ति देवी व सुमन ने संयुक्त रूप से की। उन्होंने कहा जिन आशा वर्कर्स, स्वास्थ्य ठेका कर्मचारी, सफाई कर्मचारी, आंगनवाड़ी कर्मी व मिड डे मील वर्कर्स को कोरोना योद्धा का नाम दिया गया इन्हें सम्मान देने की बजाय सरकार ने इनके डीए व अन्य भत्ते भी रोक दिए। स्वास्थ्य विभाग के तमाम अस्थाई कर्मियों को स्थायी किए जाने चाहिए। सभी जरूरतमंद परिवारों को 6 महीने तक प्रतिव्यक्ति 10 किलो अनाज निशुल्क प्रदान किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि 7 व 8 अगस्त की हड़ताल के बाद भी सुनवाई नहीं की गई तो 9 अगस्त को जेल भरो कार्यक्रम के परियोजना कर्मी बढ़चढ़कर भाग लेंगी। इस दौरान अदिति गौतम व सुरीत, सुमन, सुनीता, कम्मों, हेमलता मौजूद रहीं।