विवेक बंसल /हप्र
गुरुग्राम, 11 सितंबर
हरियाणा रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (हरेरा) के बाद एनसीआर में 74 प्रतिशत परियोजनाएं पूरी हुई हैं। इसका खुलासा ताजा रिपोर्ट में हुआ है। इसके के मुताबिक, एनसीआर में 34520 इकाइयों वाली लगभग 86 परियोजनाएं हरेरा अवधि के दौरान लॉन्च की गईं। इनमें से 64 परियोजनाएं यानी लगभग 74 प्रतिशत पूरी हो चुकी हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, रेरा का पहला उद्देश्य घर खरीदारों को लंबित व रुकी आवास परियोजनाओं के मुद्दे से बचाना है। इसमें यह काफी हद तक सफल रहा है।
रेरा के बाद की अवधि के दौरान शीर्ष सात शहरों चेन्नई, मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (एमएमआर), एनसीआर, पुणे, बंगलुरू, हैदराबाद और कोलकाता में 86 प्रतिशत आवासीय परियोजनाएं शुरू की गईं। यह दावा एनारॉक की रिपोर्ट में किया गया है।
मई 2017 में रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी कार्यान्वयन के बाद 2017 और 2018 की दूसरी छमाही में इन शीर्ष 7 शहरों में 1,642 से अधिक आवास परियोजनाएं शुरू की गई। इनमें से 1,409 परियोजनाएं पहले ही पूरी हो चुकी हैं। चेन्नई में इस अवधि में लॉन्च की गई परियोजनाओं में सबसे अधिक 90 प्रतिशत पूरी हुई हैं। इसके बाद, एमएमआर और पुणे में 89 प्रतिशत, कोलकाता (जहां उक्त अवधि में आरईआरए लागू नहीं किया गया था) में एच-2 2017 और 2018 में लॉन्च की गई 83 परियोजनाओं में से सबसे कम 70 प्रतिशत परियोजना पूरी हुईं।
क्रेडाई एनसीआर के प्रेजिडेंट मनोज गौड़ ने कहा कि भले ही ये सभी परियोजनाएं कोरोना (2017-18) से ठीक पहले लॉन्च की गई थीं और इस प्रकार लॉकडाउन से गंभीर रूप से प्रभावित हुईं, यह समय पर डिलीवरी के लिए डेवलपर्स की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
सिग्नेचर ग्लोबल (इंडिया) लिमिटेड के संस्थापक और अध्यक्ष, प्रदीप अग्रवाल ने कहा कि रेरा की शुरुआत ने संभावित घर खरीदारों को अटूट विश्वास के साथ पुनर्जीवित किया है। रहेजा डेवलपर्स के नयन रहेजा ने कहा कि लॉन्च की गई लगभग 75 प्रतिशत परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं। यह एनसीआर के रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए एक सराहनीय उपलब्धि रही है। कुशाग्र अंसल, डायरेक्टर अंसल हाउसिंग ने बताया कि जहां एक ओर रेरा से खरीदारों की विश्वास बढ़ा है तो वहीं दूसरी ओर प्रोजेक्ट्स तेजी से पूरे हुए हैं।