गीता के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए निकाली नगर शोभा यात्रा
जिला स्तरीय गीता जंयती समारोह के अंतिम दिन सोमवार को जिला के विभिन्न धार्मिक व सामाजिक संगठनों ने जिला प्रशासन के साथ मिलकर गीता के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से शहर में नगर शोभा यात्रा निकाली। नगर शोभा यात्रा को विधायक निखिल मदान व मेयर राजीव जैन ने सेक्टर-15 स्थित डीएवी स्कूल से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यात्रा वैदिक मंत्रोच्चार, शंखनाद और ढोल-नगाड़ों की गूंज के साथ शुरू हुई।
विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संगठनों ने शहर में जगह-जगह शोभा यात्रा का भव्य अभिनंदन किया। शोभा यात्रा का मुख्य आकर्षण सुंदर पालकी में सुशोभित श्रीमद् भावगत गीता रही, जिसे देखने के लिए मार्ग के दोनों ओर बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। लोग पालकी के सम्मुख नतमस्तक होते हुए गीता के उपदेशों को अपने जीवन में धारण करने का संकल्प लेते दिखाई दिए।
इस मौके पर डीसी सुशील सारवान, नगराधीश अनमोल, डीआईपीआरओ राकेश गौतम, विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संगठनों के अनेक प्रतिनिधि मौजूद रहे।
गीता के उपदेश प्रकाश स्तंभ की तरह करते हैं मार्गदर्शन : मदान
विधायक मदान ने कहा कि श्रीमद् भावगत गीता मानव जीवन का ऐसा अद्वितीय ग्रंथ है, जिसने सदियों से समाज को सत्य, धर्म, कर्तव्य और कर्मयोग की राह दिखाई है। जब-जब जीवन में भ्रम, निराशा या निर्णय का संकट पैदा होता है, तब गीता के उपदेश प्रकाश स्तंभ की तरह मार्गदर्शन करते हैं। उन्होंने कहा कि गीता केवल धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि मानवता की साझा धरोहर है, जो प्रत्येक व्यक्ति को बिना फल की अपेक्षा किए निष्ठापूर्वक कर्म करने का संदेश देती है।
जीवन संरचना का मूल आधार बन सकता है गीता का संदेश : जैन
मेयर राजीव जैन ने कहा कि आज की पीढ़ी के लिए गीता का संदेश जीवन-संरचना का मूल आधार बन सकता है, क्योंकि यह ग्रंथ हमें न केवल धर्म और कर्तव्य का मार्ग दिखाता है, बल्कि कठिन परिस्थितियों में भी साहस, स्पष्टता और मानसिक शक्ति प्रदान करता है।
