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डाकघर में नौकरी लगवाने के नाम पर 7 लाख लिए, मामला दर्ज

नारनौल, 8 मई (हप्र) डाकघर में नौकरी लगाने के नाम पर एक व्यक्ति से सात लाख रुपये लेने का मामला सामने आया है। इस बारे में पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दी है। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने नामजद...

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नारनौल, 8 मई (हप्र)

डाकघर में नौकरी लगाने के नाम पर एक व्यक्ति से सात लाख रुपये लेने का मामला सामने आया है। इस बारे में पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दी है। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने नामजद लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। नौकरी लगवाने वालों ने व्यक्ति को ज्वाइनिंग लेटर तक दे दिए थे, जो फर्जी निकले। पीड़ित व्यक्ति ने अपनी बुआ के लड़के को भी इसमें आरोपी बनाया है।

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पुलिस को दी गई शिकायत में गांव मिर्जापुर बाछौद निवासी प्रेम कुमार ने बताया कि वह प्राइवेट गाड़ी का ड्राइवर है। उसकी पहचान नवंबर 2019 में राजस्थान के अलवर जिले के राजगढ़ निवासी बिहारीलाल से हुई थी। उसकी पहचान उसके बुआ के लड़के सतपाल, जोकि नारनौल के मोती नगर में रहता है, के जरिए हुई थी।

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बिहारीलाल ने कहा कि वह युवाओं को नौकरी लगवाता है। इस पर उसके बुआ के लड़के सतपाल ने कहा कि प्रेम कुमार को भी नौकरी लगवा दो। जिसके बाद बिहारीलाल ने लक्ष्मणगढ़ निवासी अंतिम, लखनु निवासी अजीत व दीक्षित से मुलाकात कराई। बिहारीलाल उसके बुआ के लड़के सतपाल का घनिष्ठ था, इसलिए उसको उस पर विश्वास हो गया।

बिहारीलाल ने कहा कि उसकी डाकखाना में जान पहचान है, वह उसको वहां पर नौकरी लगवा देगा।

इस पर जब वह तैयार हो गया तो बिहारीलाल ने कहा कि काम हो जाएगा। सात लाख रुपये लगेंगे। इस पर उसने हां भर ली। गत 23 सितंबर 2019 को सभी ने उसको इफको चौक गुरुग्राम बुला लिया। इसके बाद उन्होंने गुरुग्राम जीपीओ का फर्जी ज्वाइनिंग लेटर दे दिया। इस पर उन्होंने ढाई लाख रुपए ले लिए। जिसके बाद वे वापस आ गए। इसके बाद भी उन्होंने उनसे संपर्क किया तो उन्होंने दिल्ली विधानसभा परिसर के पोस्ट आफिस का फर्जी लेटर दे दिया तथा कहा कि तीन लाख रुपये दे दो। इसके बाद उन्होंने ज्वाइनिंग के लिए दस दिन बाद जाने के लिए बोला। जब वे दस अक्तूबर को ज्वाइन करने गए तब उन्हें कहा गया कि यह फर्जी ज्वाइनिंग लेटर है। इन पैसों के अलावा भी उसके बुआ के लड़के ने करीब डेढ़ से दो लाख रुपए ले लिए थे।

इस प्रकार सभी ने मिलकर सात लाख रुपए ले लिए। जब नौकरी नहीं लगी तो पैसे वापस मांगे। इस पर सतपाल ने बिहारीलाल से बात की तो उसने कहा कि वह उनके रुपए वापस कर देगा, मगर अब उसने रुपए देने से इंकार कर दिया। इस प्रकार बिहारीलाल व उसके साथियों ने उससे नौकरी लगवाने के नाम पर सात लाख रुपए ठग लिए। वहीं शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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